सार
Rajasthan Election 2023 : चुनाव आयोग ने आज मध्य प्रदेश , मिजोरम, तेलंगाना , छत्तीसगढ़ और राजस्थान में चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है । सूबे की 200 सीटों के लिए 23 नवंबर को एक फेज में चुनाव होगा। वहीं 3 दिसंबर को चुनाव परिणाम आ जाएंगे।
जयपुर, चुनाव आयोग (Election Commission of India) ने देश के पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान कर दिया है। 200 विधानसभा सीट वाले राजस्थान (Rajasthan Election 2023) में 23 नवंबर को एक फेज में चुनाव होगा। वहीं 3 दिसंबर को चुनाव परिणाम आ जाएंगे।
राजस्थान में आज से अचार संहिता लागू
दरअसल, राजस्थान में आज से अचार संहिता लागू हो गई है। सोमवार को चुनाव आयोग ने विधानसभा चुनावों का ऐलान किया। चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि प्रदेश की सभी 200 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में वोटिंग होगी। 23 नवंबर को मतदान होगा और 10 दिन बाद 3 दिसंबर को चुनाव परिणाम आ जाएंगे।
राजस्थान में 200 विधानसभा सीट पर चुनाव
राजस्थान में कुल 200 विधानसभा सीट हैं। 2018 में यहां 199 विधानसभा सीटों पर चुनाव हुए थे। कांग्रेस ने 100 सीटें जीतीं थीं, तो वहीं बीजेपी को 73 सीटें मिल पाईं, वहीं बीएसपी के खाते में 6 सीटें गईं तो अन्य को 21 सीटें मिलीं। कांग्रेस ने यह चुनाव जीता और अशोक गहलोत यहां के मुख्यमंत्री बने थे। राजस्थान में विधानसभा का कार्यकाल 14 जनवरी 2024 को खत्म होने वाला है।
चुनाव की जरूरी बातें
- 30 अक्टूबर 2023 को चुनाव के लिए गजट नोटिफिकेशन जारी कर दिया जाएगा।
- यानी चुनाव में किन नियमों की पालना की जानी है उसकी जानकारी सार्वजनिक कर दी जाएगी।
- 30 अक्टूबर से लेकर 6 नवंबर तक चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार चुनाव के लिए नामांकन कर सकेंगे।
- चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों का नामांकन मिलने के बाद 7 नवंबर को स्क्रुटनी की जाएगी।
- स्क्रुटनी तय हो जाएगा कि कितने नामांकन सही तरीके से दाखिल किए गए हैं।
- 9 नवंबर तक प्रत्याशी नामांकन वापस होंगे । इसके बाद नामांकन वापसी नहीं की जा सकेगी।
2 करोड़ 51 लाख महिला वोटर्स...
ऐसे में आज बात राजस्थान में उन्हें वोटर्स कि जो राजस्थान में अपने मताधिकार का प्रयोग करके किसी भी पार्टी की सरकार को बनाते हैं। आपको बता दे कि राजस्थान में करीब 5.56 करोड़ से ज्यादा मतदाता है। जिनमें 2 करोड़ 51 लाख 79 हजार महिला मतदाता है। राजस्थान में 13232 सेक्स वर्कर्स मतदाता भी है। राजस्थान में 80 साल से ऊपर के 11.78 लाख लोग मतदाता है। हालांकि निर्वाचन आयोग की ओर से इन लोगों को इस बार राहत दी गई है कि यह घर बैठे ही अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे।
राजस्थान में 2.73 करोड़ युवा मतदाता
वहीं राजस्थान में 2.73 करोड़ युवा मतदाता है। राजनीतिक जानकारों की माने तो 40 साल से ऊपर के लोग यदि अपने मताधिकार का प्रयोग करते हैं तो वह अपने पारिवारिक विचारधारा या फिर अपनी समर्थित पार्टी को ही वोट करते हैं लेकिन युवा ही एक ऐसा वोट बैंक है जो सरकार और पार्टियों के कामों और उनकी नीतियों के आधार पर उन्हें वोट देता है। आपको बता दे की राजस्थान में पिछले चुनाव के बाद अब तक 48.91 वोट नए जुड़े हैं। राजस्थान में इस बार 51756 पोलिंग बूथ पर मतदान होगा।
बीजेपी-कांग्रेस ने झोंकी पूरी ताकत
एक तरफ जहां मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सरकार रिपीट करवाने की चाह में है तो वहीं भारतीय जनता पार्टी किसी भी हाल में नहीं चाहती कि राजस्थान में हर बार सरकार चेंज होने का ट्रेंड खत्म हो। ऐसे में वह भी लगातार अपने वोटर को साधने में लगी हुई है। राजस्थान में पीएम नरेंद्र मोदी,कांग्रेस नेता राहुल गांधी सहित कई बड़े नेताओं की सभाएं हो चुकी है। लेकिन आज से राजस्थान में दोनों पार्टियों ने अपने प्रचार में पूरी ताकत झोंक दी है।