सार
राजस्थान चुनाव में कई जगह मारपीट और हंगामे के साथ कुछ जगह पर प्रशासनिक लापरवाही भी देखने को मिली है। रायसिंहनगर में एक बुजुर्ग को बताया गया कि वोटर लिस्ट में उसे मृत घोषित किया गया है। ऐसे में वह मतदान नहीं कर सका।
जयपुर। राजस्थान में विधानसभा चुनाव 2023 के लिए मतदान की प्रक्रिया पूरी हो गई। इस बार पहली बार लोगों को मतदान करने के लिए 1 घंटे का समय ज्यादा मिला। कई इलाकों में देर शाम तक पोलिंग होती रही लेकिन राजस्थान में सरकारी लापरवाही के चलते एक 95 साल का बुजुर्ग इच्छा के बावजूद मतदान नहीं कर पाया।
वोटर लिस्ट में निरंजन को घोषित किया मृत
पूरा मामला राजस्थान के रायसिंहनगर का है। यहां के ततारसर निवासी 95 साल के बुजुर्ग निरंजन अपने परिजनों के साथ मतदान करने के लिए अपने इलाके के बूथ पर पहुंच गए। वहां जाने पर उन्हें बताया गया कि बीएलओ की ओर से जारी वोटर लिस्ट में उनको मृत बताया गया है। इसलिए वह मतदान नहीं कर सकते हैं। निरंजन ने अपने जीवित होने के कई प्रमाण दिखाए और परिवार जनों ने भी मतदान कर्मियों से रिक्वेस्ट की लेकिन उन्हें मतदान करने की अनुमति नहीं दी गई।
पिछले चुनाव में दिया था वोट इस बार काट दिया नाम
इस पूरे मामले में निरंजन का कहना है कि वह पिछले 50 सालों से गांव में ही रह रहे हैं। पिछले चुनाव में उन्होंने मतदान भी किया था। लेकिन इसके बावजूद इस बार लापरवाही के चलते उन्हें मृत बता दिया गया। निरंजन का कहना है कि उनकी पत्नी की मौत हो चुकी है। ऐसे में उन्हें अंदेशा है कि सरकारी कर्मचारियों ने उनकी पत्नी के साथ उनका भी मृत मानकर नाम काट दिया। उन्होंने कहा कि फिलहाल वह इस पूरे मामले की शिकायत जिला निर्वाचन विभाग में करेंगे।
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पहली बार होम वोटिंग की भी सुविधा
राजस्थान चुनाव में पहली बार निर्वाचन विभाग की ओर से होम वोटिंग की प्रक्रिया शुरू की गई थी। इसके तहत 80 साल से ज्यादा उम्र के बुजुर्गों ने घर पर ही मतदान किया था। निर्वाचन विभाग की ओर से गठित पोलिंग टीम उनके घर पर आई थी। इसके बाद भी कई बुजुर्गों ने मतदान केंद्रों पर जाकर वोटिंग की थी।