Rajasthan Rain Record: राजस्थान में इस बार मानसून ने रिकॉर्ड तोड़ दिया।18 जिलों में जुलाई तक पूरे साल की औसत बारिश हो गई, 260 बांध भर गए, 12 जिलों में स्कूल बंद, और कई मौतें भी हुईं। मौसम विभाग ने अगस्त तक अच्छी बारिश जारी रहने का अनुमान लगाया है।
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Rajasthan Heavy Rain :राजस्थान में इस बार मानसून न केवल समय से पहले आया, बल्कि लगातार सक्रिय बना रहा। नतीजा यह हुआ कि जून से जुलाई के अंत तक राज्य में जमकर बारिश हुई और प्रदेश ने लद्दाख के बाद देश में सबसे अधिक औसत बारिश दर्ज की। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, 33 में से 18 जिलों में पूरे मानसून की औसत बारिश का कोटा जुलाई में ही पूरा हो चुका है।
राजस्थान में सबसे ज्यादा बारिश किस जिले में?
राज्य के बारां जिले में अब तक 1101.6 मिमी बारिश हो चुकी है, जबकि पूरे मानसून की सामान्य औसत बारिश 832 मिमी है। यानी औसत से 32 प्रतिशत अधिक वर्षा हो चुकी है। अजमेर, भीलवाड़ा, कोटा, जयपुर, भरतपुर, बीकानेर, गंगानगर, चूरू, सीकर और झुंझुनूं जैसे जिलों में भी हालात लगभग यही हैं।
राजस्थान के 260 से अधिक बांध हुए ओवरफ्लो
मौसम के इस रौद्र रूप के कारण जलाशयों में रिकॉर्ड स्तर तक पानी भर गया है। राज्य के 693 में से 260 बांध (करीब 37.5%) फुल हो चुके हैं। बीसलपुर, राणा प्रताप सागर, कोटा बैराज, जवाहर सागर और कालीसिंध जैसे बड़े बांधों से गेट खोलकर पानी छोड़ा जा रहा है। कोटा बैराज से शनिवार को 11 हजार क्यूसेक और नवनेरा बांध से 12 हजार 303 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया।
जुलाई की बारिश ने तोड़ा 50 साल से ज्यादा का रिकॉर्ड
जुलाई माह में हुई मूसलाधार बारिश ने पिछले 69 वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। पूरे प्रदेश में जलभराव, बाढ़ जैसे हालात और जनजीवन अस्त-व्यस्त हो चुका है। चंबल, पार्वती, लूणी सहित प्रमुख नदियां उफान पर हैं और कई जिलों में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं। बता दें कि इससे पहले राजस्थान में 1956 के जुलाई के महीने में सबसे ज्यादा 308mm बारिश दर्ज की गई थी। इस बार जुलाई में औसतन 285 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है, जो सामान्य से 77% अधिक है।
राजस्थान में बारिश की वजह से हुए हादसे
- भरतपुर के भुसावर के बौराज गांव में मकान की छत गिरने से बुजुर्ग दंपती की मौत
- हनुमानगढ़ में मकान ढहने से 4 वर्षीय बच्ची की मौत
- सीकर में युवक डूब गया
- माउंट आबू में गुजरात का पर्यटक खाई में गिरा
- झालावाड़ में स्कूल की दीवार गिरने से 7 बच्चों की मौत
- कुल मिलाकर राज्य में बारिश से जुड़े हादसों में अब तक 20 से अधिक मौतें हो चुकी हैं
राजस्थान के इन 12 जिलों में स्कूल बंद
- झालावाड़ 2 अगस्त
- बारां 2 अगस्त
- टोंक 2 अगस्त
- डूंगरपुर (डींग) 2 अगस्त
- जैसलमेर 2 अगस्त
- बीकानेर 2 अगस्त
- नागौर 2 अगस्त
- श्रीगंगानगर 2 अगस्त
- कोटपूतली-बहरोड़ 2 अगस्त
- हनुमानगढ़ 2 अगस्त
- कोटा 2 अगस्त
राजस्थान में कैसा रहेगा आगे का मौसम ?
- अगस्त में औसत बारिश होने की संभावना है
- जयपुर, कोटा, अजमेर, भरतपुर, बीकानेर संभाग में अच्छी बारिश जारी रहेगी
- उदयपुर और जोधपुर संभाग में अगस्त में अपेक्षाकृत कम वर्षा हो सकती है
- सितंबर में सामान्य से अधिक बारिश होने का अनुमान है
बारिश की मुख्य चुनौतियां
- जर्जर मकानों की पहचान और सुरक्षा व्यवस्था
- बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य
- स्कूली शिक्षा में व्यवधान का प्रबंधन
- कृषि क्षेत्र में जल निकासी की व्यवस्था
बारिश से निपटने के सुझाव और जरूरी बातें
- राजस्थान में इस बार का मानसून रिकॉर्ड तोड़ रहा है - जहां जलाशय भर चुके हैं, वहीं कई परिवारों की जिंदगी बारिश के कारण उजड़ गई। जलशक्ति और आपदा प्रबंधन विभाग को लगातार सतर्क रहने की आवश्यकता है, ताकि जल संकट के बाद अब जल अधिकता की स्थिति से निपटा जा सके
- यह मानसून राजस्थान के लिए वरदान और अभिशाप दोनों साबित हो रहा है। जबकि जल संकट का समाधान हुआ है, लेकिन जान-माल की हानि भी चिंताजनक है।
- भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने मानसून के दूसरे चरण (अगस्त-सितंबर) में देश भर में सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना जताई है।
