सार
राजस्थान में पेट्रोल पंप डीलर्स और अशोक गहलोत सरकार के बीच विवाद सुलझने का नाम नहीं ले रहा है। इससे आम आमदी को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। आज फिर राजस्थान में करीब 7 हजार पेट्रोल पंप बंद रहेंगे। यानि किसी को पेट्रोल नहीं मिलेगा।
जयपुर. पेट्रोल और डीजल पर सबसे ज्यादा वेट वसूलने के विरोध में बीते दिनों प्रदेश के हजारों पंप संचालकों ने दो दिन तक 8-8 घंटे की हड़ताल करने के बाद करीब आधे दिन तक अनिश्चितकालीन बंद रखा लेकिन सरकार द्वारा 10 दिन में कमेटी द्वारा इसका हल निकालने को लेकर 15 सितंबर को हड़ताल समाप्ति करवा दी गई।
सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक पेट्रोल पंप बंद रहेंगे
सरकार ने 10 दोनों का समय मांगा था लेकिन 30 सितंबर हो गया सरकार द्वारा बनाई गई कमेटी ने इसका कोई भी हल नहीं निकाला इसके बाद अब राजस्थान में आज से एक बार फिर पेट्रोल इमरजेंसी शुरू हो चुकी है। आज राजस्थान में अलवर,जोधपुर और जैसलमेर को छोड़ दे तो अन्य सभी जिलों में सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक पेट्रोल पंप बंद रहेंगे।
पंप डीलर्स ने अनिश्चितकालीन हड़ताल की दी चेतावनी
पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र सिंह भाटी ने बताया कि सरकार द्वारा हमारी मांगों पर अब तक कोई सुनवाई नहीं की गई और नहीं हमें कोई वार्ता के लिए बुलाया गया है ऐसे में आज 12 घंटे तक पेट्रोल पंप बंद रखकर विरोध जताया जाएगा। इसके बाद 2 अक्टूबर से हम अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे और फिर 3 अक्टूबर को सरकार यदि कोई बैठक भी लेती है तो हम उसमें भी शामिल नहीं होंगे।
जानिए क्या है राजस्थान के पंप मालिकों की सरकार से मांग
हमारी बस एक ही मांग है कि कैसे भी पंजाब राज्य के बराबर वेट वसूला जाए क्योंकि वर्तमान में हमारे 270 पंप बंद हो चुके हैं और करीब 2000 पंप बंद होने के कगार पर है। ऐसे में यदि आचार संहिता लग जाती है तो फिर हमारी सुनेगा कौन और फिर करीब 5778 पंपों में से 2270 यानी 45% पेट्रोल पंप तो कल के ग्रास में समा जाएंगे। ऐसे में अब हमारे सामने करो या मरो की स्थिति उत्पन्न हो चुकी है।