सार
राजस्थान बीजेपी के सीनियर राजनेता और प्रदेश के नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया को असम का राज्यपाल बनाया गया है। खास बात यह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कुछ ही देर में राजस्थान आ रहे हैं । राजस्थान आने से पहले उन्होंने कटारिया को बड़ा तोहफा दिया।
जयपुर. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कुछ ही देर में राजस्थान आ रहे हैं । राजस्थान आने से पहले उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के एक दिग्गज नेता गुलाब चंद कटारिया को बड़ा तोहफा दिया है। शुक्रवार को ही इस बारे में उन्हें सूचित किया गया था कि उन्हें कुछ बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है और आज सवेरे जो लिस्ट आई उस लिस्ट में उन्हें असम राज्य का राज्यपाल बनाया गया है। सरकार ने 13 राज्यों के राज्यपाल बनाए हैं जिसमें 9 राज्यों में इसी साल चुनाव होने हैं।
राजस्थान के दिग्गज नेता हैं कटारिया
गुलाबचंद कटारिया राजस्थान के दिग्गज नेता हैं और वे राजनीति में बड़ा लंबा अनुभव रखते हैं। वे 8 बार विधायक रह चुके हैं । एक बार सांसद रह चुके हैं। दो बार नेता प्रतिपक्ष और वसुंधरा सरकार में दो बार गृह मंत्री भी रह चुके हैं । पार्टी ने उन्हें 11 बार चुनाव लड़ने के लिए टिकट दिया था, जिनमें से अधिकतर में उन्होंने जीत हासिल की है ।
कटारिया का 200 में से 25 सीटों पर है असर
गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि वह खुश है कि पार्टी के शीर्ष नेताओं ने उन पर भरोसा जताया है और वे इस भरोसे को पूरा करने का काम करेंगे । हालांकि गुलाबचंद कटारिया के जाने के बाद अब राजस्थान की भारतीय जनता पार्टी के राजनीति में बड़ा भूचाल आने वाला है , क्योंकि गुलाबचंद कटारिया 200 में से करीब 25 सीटों से सीधे तौर पर जुड़े हुए थे । इन सीटों पर अब किस नेता को मौका मिलेगा यह देखने वाली बात होगी । हालांकि नेता प्रतिपक्ष की दौड़ में सबसे आगे वसुंधरा राजे और राजेंद्र राठौड़ हैं। लेकिन संभवतना यह जताई जा रही है कि पार्टी नेता प्रतिपक्ष के लिए नया चेहरा लाएगी ।
जानिए राज्यपाल बनाने पर क्या बोले कटारिया
आज जब भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता उनके कार्यालय पर उन्हें बधाइयां देने पहुंचे तो कटारिया भावुक हो गए । उनका कहना था की राजस्थान मेरे रग रग में है और रहेगा । कटारिया ने आज भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की खिंचाई कर डाली । उन्होंने अपने बयानों में कहा कि कांग्रेस सरकार गर्त में जा रही है। करीब 6 लाख करोड़ का कर्जा राजस्थान पर होने वाला है। यह बहुत बड़ी बात है । कर्ज लेकर घी पीना बिल्कुल भी सही नहीं है ।