सार

राजस्थान में वंदे भारत ट्रेनों की कमी होती यात्री संख्या को लेकर चिंताएँ बढ़ रही हैं। फेस्टिवल सीजन में अन्य ट्रेनों में लंबी वेटिंग लिस्ट होने के बावजूद, वंदे भारत ट्रेनों में 50% से कम यात्री भार है।

जयपुर। भारतीय रेलवे की ओर से लगातार यात्रियों को सुविधा देने के लिए विकास कार्य करवाए जा रहे हैं। साथ ही देश के अलग.अलग एरिया में वंदे भारत जैसी हाईटेक ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है। राजस्थान में भी जब इन वंदे भारत ट्रेनों की शुरुआत हुई तो यात्रियों में काफी उत्साह था लेकिन अब यह उत्साह कम होता नजर आ रहा है।

फेस्टिवल सीजन में भी 50% सीटें खाली

वर्तमान में फेस्टिवल सीजन जारी है। लेकिन इसके बाद भी वंदे भारत ट्रेन खाली चल रही है। वर्तमान में राजस्थान में राजस्थान में कुल चार वंदे भारत ट्रेन का संचालन हो रहा है लेकिन यह चारों ही ट्रेन इस फेस्टिवल सीजन में 50% से भी कम यात्री भार के साथ चल रही है।

राजस्थान में चल रहीं है कितनी वंदे भारत ट्रेनें?

राजस्थान में वर्तमान में अजमेर से चंडीगढ़, जोधपुर से साबरमती, जयपुर से उदयपुर और उदयपुर से आगरा रूट पर वंदे भारत ट्रेन का संचालन हो रहा है। हालांकि इनमें उदयपुर से जयपुर और आगरा और जोधपुर से साबरमती के बीच की वंदे भारत ट्रेनों में तो कभी यात्रियों की भीड़ भी रहती है लेकिन अन्य वंदे भारत ट्रेन में यात्रीभार काम है। जो भी यात्री वंदे भारत ट्रेन में यात्रा करते हैं उनमें ज्यादातर यात्री सामान्य चेयर कर का ही टिकट लेते हैं।

अन्य ट्रेनों में 50 से 100 दिन की चल रही वेटिंग

वही आपको बता दें कि वर्तमान में फेस्टिवल सीजन में ज्यादातर ट्रेनों में वेटिंग करीब 50 से 100 दिन की है। लंबी दूरी की ट्रेनों में तो यह वेटिंग 200 से ज्यादा हो चुकी है। लेकिन वंदे भारत ट्रेनों में ऐसा कुछ भी नहीं है। ज्यादातर यात्रियों का कहना है कि रेलवे द्वारा वंदे भारत ट्रेन का संचालन तो किया जा रहा है लेकिन रेलवे को इसके समय में बदलाव किया जाना चाहिए।

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