Rajasthan Monsoon News : राजस्थान में मानसून तेज हो गया है। अगले तीन दिन 28 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट है। कोटा, उदयपुर और जोधपुर में जलभराव व यातायात बाधित होने का खतरा है। किसानों, यात्रियों और आम लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
Heavy Rainfall Warning IN Rajasthan : राजस्थान में मानसून एक बार फिर पूरी रफ्तार पकड़ चुका है। मौसम विभाग ने राज्य के 28 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। गंगानगर, हनुमानगढ़, चूरू, झुंझुनूं और सीकर को छोड़कर बाकी सभी जिलों में सोमवार से लगातार तीन दिन तक तेज बारिश होने की संभावना जताई गई है।
उदयपुर, कोटा और जोधपुर संभाग में होगी भारी बरसात
मौसम विभाग के अनुसार उदयपुर, कोटा और जोधपुर संभाग के कई हिस्सों में अगले 72 घंटों के दौरान तेज बारिश देखने को मिल सकती है। कई इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी भी दी गई है। लगातार बरसात से निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति बनने का खतरा रहेगा। प्रशासन ने संबंधित जिलों में अलर्ट जारी कर लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
बंगाल की खाड़ी में सिस्टम बना
कारण मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि बंगाल की खाड़ी में बने लो-प्रेशर एरिया और बैक-टू-बैक मॉनसून सिस्टम की वजह से अगले सप्ताह तक प्रदेश में बारिश की गतिविधियां तेज रहेंगी। इन सिस्टम्स के प्रभाव से पूर्वी राजस्थान के साथ-साथ दक्षिणी और पश्चिमी जिलों में भी जोरदार बरसात होने के आसार हैं।
राजस्थान में ज्यादा बारिश से किस पर ज्यादा असर
लगातार हो रही बारिश से खरीफ की फसलों को फायदा मिल सकता है, लेकिन ज्यादा बरसात से खेतों में जलभराव की समस्या भी खड़ी हो सकती है। ग्रामीण इलाकों में कच्चे मकानों को नुकसान का खतरा है। वहीं, शहरी क्षेत्रों में सड़कों पर पानी भरने से यातायात बाधित हो सकता है। जयपुर, जोधपुर और कोटा जैसे बड़े शहरों में नगर निगम और आपदा प्रबंधन दलों को अलर्ट मोड पर रखा गया है।
यात्रियों और आम लोगों के लिए चेतावनी
- मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों तक यात्रा करने वालों को सतर्क रहने की सलाह दी है। पर्वतीय और नदी-नालों वाले क्षेत्रों में अचानक पानी का बहाव बढ़ने से खतरा हो सकता है। लोगों से अपील की गई है कि अनावश्यक रूप से घरों से बाहर न निकलें और मौसम विभाग द्वारा जारी अपडेट्स पर नजर रखें।
- विशेषज्ञों का मानना है कि अगस्त के अंतिम हफ्ते तक मानसून की सक्रियता प्रदेश में बनी रहेगी। ऐसे में किसानों और आम नागरिकों को बारिश से जुड़े नुकसान से बचने के लिए पूरी तैयारी रखने की जरूरत है।
