सार

राजस्थान के अनूपगढ़ से एक प्रेरणादायक कहानी सामने आई है, जहां भाई-बहन लवली और अरुण चंदानी ने आरजेएस परीक्षा में क्रमशः 7वीं और 103वीं रैंक हासिल की। उनके पिता शराब के ठेकेदार हैं, और यह सफलता उनके परिवार के लिए गर्व का क्षण है।

पिता की शराब की दुकान बेटा और बेटी पहले ही अटेम्प्ट में बन गए जज, रोचक है सफलता की कहानी

अनूपगढ़ (राजस्थान). आरजेएस 2024 के परिणाम में कई प्रतिभाशाली युवा अपनी मेहनत का फल पाते नजर आए हैं। अनूपगढ़ के लवली और अरुण चंदानी ने इस परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। लवली ने 7वीं रैंक और उनके भाई अरुण ने 103वीं रैंक हासिल की। ये दोनों रायसिंहनगर क्षेत्र के गांव 10 पीएस के निवासी हैं। उनके माता-पिता, मोनिका और घनश्याम चंदानी, इस सफलता पर गर्व महसूस कर रहे हैं।

रोचक है भाई-बहन की सफलता की कहानी

भाई-बहन का कहना है कि उनके ताया, जो न्याय विभाग से रिटायर्ड हैं, ने उन्हें प्रेरित किया। अरुण और लवली ने स्पष्ट किया कि यदि ठान लिया जाए और मेहनत की जाए, तो सफलता अवश्य मिलती है। चंदानी परिवार में न्यायिक सेवा से जुड़ाव बढ़ रहा है, क्योंकि उनके चचेरे भाई राजकुमार चंदानी भी न्याय विभाग में रीडर के पद पर कार्यरत हैं।

पिता शराब के ठेकेदार, अब बच्चों की हो रही तारीफ

लवली और अरुण ने इस परीक्षा में सफलता अपने दूसरे प्रयास में प्राप्त की। उनके पिता, जो एक शराब के ठेकेदार हैं, और मां, जो गृहिणी हैं, दोनों ने हमेशा बच्चों की पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित किया। लवली और अरुण ने जयपुर में पढ़ाई की और हमेशा अव्‍वल रहे।

जानिए कैसे परिवार का सपना बच्चों ने किया पूरा

भरतपुर जिले से भी खास खबर आई है, जहां लितेंद्र और सिद्धार्थ सिंह कांटया ने पहले प्रयास में सफलता हासिल की है। लितेंद्र ने 173वीं रैंक और सिद्धार्थ ने 177वीं रैंक प्राप्त की। उनका परिवार भी इस सफलता से खुश है, क्योंकि उनके पिता जीत सिंह ने हमेशा अपने बेटों को न्यायिक अधिकारी बनाने का सपना देखा था। अब उनके बेटे उस सपने को साकार करने में सफल हो गए हैं।