सार
राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में सांवलिया सेठ भगवान श्री कृष्ण के ही रूप में पूजे जाते हैं । हर साल उनके चढ़ावे में 18 करोड से 20 करोड रुपए की भेंट भक्त भगवान को अर्पित करते हैं । अब एक भक्त ने बाबा को सोने और चांदी से बनी हुई कीमती पोशाक अर्पित की है ।
चित्तौड़गढ़. राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले से बड़ी खबर है। चित्तौड़गढ़ जिले में एक भक्त ने भगवान सांवलिया सेठ को सोने और चांदी से बनी हुई कीमती पोशाक अर्पित की है । इस पोशाक के साथ मुकुट, सोने की जूतियां , कुंडल और अन्य जेवर भी है। इनका कुल वजन करीब 4 किलो के आसपास है और कीमत कई लाख रूपए है ।
सांवलिया सेठ हर मुराद करते हैं पूरी...
मंदिर प्रबंधन ने बताया कि एक भक्त ने यह पोशाक सांवलिया सेठ को अर्पित की है। उनका कहना है कि मंदिर में अक्सर लोग मुराद पूरी होने के बाद जो भी उन्होंने वादा किया था, वह जरूर अर्पित करते हैं ।मंदिर प्रबंधन ने बताया कि मंदिर में नहीं जाकर मंदिर के पास बने कार्यालय में यह ड्रेस दी गई है । इसे किसी बड़े आयोजन पर भगवान सांवलिया सेठ को पहनाया जाएगा ।
हर महीने 20 करोड का चढ़ता है मंदिर में चढ़ावा
उल्लेखनीय है सांवलिया सेठ भगवान श्री कृष्ण के ही रूप में पूजे जाते हैं । हर साल उनके चढ़ावे में करोड़ों रूपयों की दौलत मिलती है । हर महीने ही 18 करोड रुपए से लेकर 20 करोड रुपए तक की भेंट भक्त अपने भगवान को अर्पित कर जाते हैं ।
सांवलिया सेठ के साथ बिजनेसमैन करते हैं पार्टनरी
मंडफिया क्षेत्र में स्थित मंदिर के बारे में मंदिर प्रबंधन का कहना है कि कई बड़े व्यापारियों ने सांवलिया सेठ को अपने व्यापार में पाटनर बना रखा है । कई लोग सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से जुड़े हुए हैं। मंदिर की मान्यता इतनी है कि हर महीने बड़ी राशि विदेशी मुद्रा में भी ऑनलाइन जमा होती है। कुछ दिन पहले ही मंदिर में सोने की दीवार का निर्माण कराया गया है । जिस मंच पर सांवलिया सेठ विराजते हैं वह चांदी का बना हुआ है।