सार
पति से बेवाफाई करने के आरोप लगने वाली यूपी बरेली की एसडीएम ज्योति मोर्या लगातार चर्चा में बनी हुई है। लोग तरह-तरह के कमेंट्स कर रहे हैं। लेकिन राजस्थान की एक महिला ने पति की मौत के बाद उनकी अंतिम इच्छा पूरी करने के लिए वो 50 की उम्र में SDM बनी है।
जयपुर. हाल ही में सरकारी नौकरी लगने के बाद एसडीएम ज्योति मौर्य द्वारा अपने पति से रिश्ता तोड़ देने का मामला लगातार सुर्खियों में बना हुआ है। लेकिन क्या आप जानते हैं इसी बीच राजस्थान में एक महिला एसडीएम की चर्चा भी जोरों पर है। जिसके पति और पिता दोनों की मौत हो चुकी है। लेकिन इसके बाद भी राजस्थान की इस महिला ने आरएएस की परीक्षा पास की और अब एसडीएम बन चुकी है। यह महिला 50 साल की है।
पति चाहते थे पत्नी अफसर बने, पति की मौत के बाद इच्छा पूरी करने के लिए जान लगा दी
हम बात कर रहे हैं आरएएस गरिमा शर्मा की। जिनके जीवन में 2016 तक सब कुछ अच्छा था। इनको पढ़ाई छोड़े हुए भी करीब एक दशक से ज्यादा का समय बीत चुका था। इनके पति खुद भी अफसर थे तो कभी गरिमा ने पढ़ाई के बारे में ज्यादा नहीं सोचा। लेकिन अचानक उनके पति की मौत हो गई। जिसका गरिमा को गहरा आघात हुआ। लेकिन इसने अपना हौसला नहीं छोड़ा और आरएएस परीक्षा पास करने के लिए मेहनत करना शुरू कर दिया और आखिरकार पहले ही प्रयास में इन्होंने परीक्षा पास कर ली। इसमें नौकरी ज्वाइन करने के बाद इन्होंने 2018 में दोबारा यही परीक्षा दी। लेकिन इसी दौरान इनके पिता की मौत हो गई। लेकिन गरिमा ने फिर हिम्मत नहीं आ रही और लगातार अपनी मेहनत करने में लगी हुई। नतीजा निकला कि वह परीक्षा में पास हो गई।
पचास साल की उम्र में अफसर बनकर ही दम लिया
आपको बता दें कि आरएएस परीक्षा में वैसे तो अधिकतम आयु 40 साल है लेकिन विधवा कोटे से महिलाओं को छूट मिल सकती है। इसी के तहत 40 साल की उम्र होने के बाद भी गरिमा परीक्षा में बैठ पाई। फिलहाल गरिमा जालौर के बागोड़ा में एसडीएम पद पर नौकरी कर रही है। जिनका कहना है कि हमारे सामने परिस्थितियां भले ही खराब से खराब क्यों ना आए लेकिन हमें हमारा हौसला मजबूत रखना चाहिए।