सार
सोशल मीडिया के चलते बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक की जिंदगी बर्बाद हो रही है। जयपुर का एक केस हर माता-पिता को पढ़ना चाहिए…. कैसे स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के साथ आखिर क्या हो रहा है और बच्चे क्यों डिप्रेशन में जा रहे हैं।
जयपुर. कोरोना में स्टडी फ्रॉम होम के बाद से मानो बच्चों को मोबाइल फोन की लत सी लग गई है । छोटी कक्षाओं के बच्चे या बड़ी क्लास के स्टूडेंट सभी मोबाइल की इस लत में पड चुके हैं। लेकिन अब यह लत जानलेवा साबित हो रही है। जयपुर का यह केस हर माता-पिता को पढ़ना चाहिए कि स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के साथ आखिर क्या हो रहा है और बच्चे क्यों डिप्रेशन में जा रहे हैं। यह घटना जयपुर के प्रताप नगर थाना क्षेत्र की है।
एक वीडियो ने जिंदगी कर दी
पुलिस ने बताया कि मूल रूप से करौली जिले का रहने वाला परिवार काफी समय से प्रताप नगर के जगतपुरा क्षेत्र में किराए पर रह रहा है। परिवार में रहने वाली 16 साल की बच्ची घर के नजदीक ही स्थित एक स्कूल में 12वीं क्लास की छात्रा है। पिछले महीने के अंत में जब वह स्कूल गई थी और लंच में खाना खा रही थी तो इस दौरान उसके साथ पढ़ने वाले कुछ बच्चों ने चोरी छुपे उसका वीडियो बना लिया और इस सोशल मीडिया पर डाल दिया।
वीडियो देख हैरान रह गई बच्ची
बच्ची ने अगले दिन जब सोशल मीडिया पर अपना वायरल वीडियो देखा तो वह हैरान हो गई। इस वीडियो पर बेहद गंदे कमेंट किए गए थे, इस कारण वह और ज्यादा डिप्रेशन में चली गई । जब उसके पिता काम पर गए थे और मां किसी काम से घर से बाहर गई थी तो उसने अपने कमरे में जाकर फांसी का फंदा लगा लिया। लेकिन तभी उसकी बहन वहां आ गई और उसने छोटी बहन को नीचे उतारा।
पुलिस तक वीडियो को कर रही सर्च
उसके बाद इस बारे में अपने माता-पिता को सूचना दी तो बच्ची को तुरंत महात्मा गांधी अस्पताल में भर्ती कराया जहां उसका इलाज शुरू किया गया । उसे 5 दिन के बाद जाकर होश आया । उसके गले पर बहुत गहरे जख्म है। उसे करीब 15 दिन अस्पताल में भर्ती रखा गया और उसके बाद अब उसे छुट्टी दे दी गई है। उसके पर्चा बयान के आधार पर बुधवार को पुलिस ने केस दर्ज किया है और जांच पड़ताल शुरू कर दी है । उसने पुलिस को बताया कि किस तरह से उसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था । पुलिस अब उसे वीडियो को सर्च कर रही है।