सार
राजस्थान के दौसा जिले से दिल को झकझोर देने वाली खबर सामने आई है। जहां एक दसवीं की छात्रा ने 'माई डेथ रीजन इज मैथ, आई एम यूजलेस...लिखकर सुसाइड कर लिया। मरने से पहले बच्ची ने डेढ़ लाइन लाइन का सुसाइड नोट लिखा है...जो चौंकाने वाला है।
दोसा. राजस्थान का दौसा जिले के बांदीकुई कस्बे में हंगामा मचा हुआ है । बांदीकुई थाने के बाहर कई घंटों से 10वीं में पढ़ने वाली एक छात्रा के परिजन और समाज के लोग बैठे हुए हैं। वे स्कूल के टीचर और जिम्मेदार लोगों को अरेस्ट करने की मांग कर रहे हैं और यह मांग पूरी नहीं होने तक लाश नहीं उठाने की बात कर रहे हैं। लाश अंजलिका नाम की छात्रा की है, वह दसवीं कक्षा में पढ़ रही थी। कल दोपहर के बाद वह स्कूल से घर लौटी थी और कुछ देर के बाद ही वह अपने कमरे में फंदे से लटकी हुई मिली । उसके पिता राजकुमार अजमेर जिले के ब्यावर इलाके में सरकारी टीचर हैं। बांदीकुई थाने में पुलिस ने केस दर्ज किया है , लेकिन उसके बावजूद भी हंगामा जारी है ।
डेढ लाइन के सुसाइड नोट के बाद मचा हुआ है हड़कंप
दरअसल, अंजलीका ने सुसाइड करने से पहले पेंसिल के जरिए एक सुसाइड नोट लिखा और उसमें लिखा कि मेरी मौत का कारण गणित है, अंजलीका के दादा ने बताया कि पोती पढ़ाई में होशियार थी। कक्षा 9 में उसके करीब 70 फ़ीसदी अंक आए थे। गणित में भी वह अच्छी थी, लेकिन पिछले कुछ दिनों से उसके स्कूल वाले उसे टॉर्चर कर रहे थे, खासतौर से गणित के अध्यापक विपिन कुमार । परिवार के लोगों ने पुलिस को बताया कि कल दोपहर के बाद जब बेटी घर पहुंची तो उसके कुछ देर बाद ही गणित के टीचर विपिन कुमार का फोन आया उन्होंने परिवार से पूछा कि अंजली का घर लौट आई या नहीं , कुछ देर बाद ही उसकी लाश फंदे से लटकी हुई मिली ।
लड़की की मौत के बाद से फरार है टीचर
इस घटना की सूचना जैसे ही फैली उसी समय से गणित का टीचर विपिन कुमार फरार है । वह अपने घर पर भी नहीं है। पुलिस और परिवार के लोग उसे सर्च कर रहे हैं। अंजली के पिता राजकुमार का कहना है कि गणित के अध्यापक ने बेटी को गलत तरीके से टॉर्चर किया है। इस कारण बेटी ने जान दे दी है, लेकिन इसकी कीमत उन लोगों को चुकानी पड़ेगी । अंजलि तीन बेटियों में सबसे बड़ी थी। राजकुमार के दो बेटियां और है। 10 मार्च को ही परिवार ने अंजली का जन्मदिन मनाया था ।
10वीं और 12वीं के रिजल्ट से पहले हर माता-पिता के लिए काम की खबर
उल्लेखनीय है कि कुछ दिनों में कक्षा 10 और कक्षा 12वीं के परिणाम आने वाले हैं। दोनों ही बोर्ड की कक्षाएं है । परिणाम आने के बाद कई बार कम अंक आने के कारण छात्र सुसाइड करने जैसा घातक कदम उठाते हैं । ऐसे में परिवार के लोगों को अपने बच्चों को हिम्मत देने की जरूरत है।