सार
राजस्थान के बीकानेर में डीजीएफटी के ज्वाइंट डायरेक्टर जावरी मल बिश्नोई रिश्वत मांगने के मामले में पिछले दिनों गुजरात के राजकोट से गिरफ्तार किए गए थे। जहां उन्होंने डर से पहले 50 लाख खिड़की से फेंक दिए थे। फिर चौथी मंजिल से कूदकर सुसाइड कर लिया था।
बीकानेर (राजस्थान). सीबीआई की पूछताछ के दौरान सीबीआई कार्यालय की चौथी मंजिल से छलांग लगाकर जान देने वाले डीजीएफटी के ज्वाइंट डायरेक्टर जावरी मल बिश्नोई की लाश आज उनके परिवार को सौंप दी गई है। जावरी मल विश्नोई के भाई संजय कुमार और अभिषेक मिश्रा ने आरोप लगाए हैं कि सीबीआई ने उनके साथ ज्यादती की है। उनके खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराने की तैयारी की जा रही है। विश्नोई ने सीबीआई कार्यालय से कूदकर अपनी जान दे दी थी । यह पूरा मामला लाखों रुपयों की रिश्वत से जुड़ा हुआ है ।
अफसर का किया गया अंतिम संस्कार
विश्नोई गुजरात के राजकोट से गिरफ्तार किए गए थे। उनका राजस्थान से यह कनेक्शन है कि वह नागौर और बीकानेर जिले में रहे हैं । नागौर और बीकानेर में उनके पैतृक मकान हैं । बीकानेर में ही आज उनके शव का अंतिम संस्कार किया गया है।
यूं खिड़की से फेंक दिए थे 50 लाख रुपए
दरअसल जावरी मल विश्नोई डीजीएफटी यानी विदेश व्यापार महानिदेशालय में अधिकारी थे । उन्होंने एक कारोबारी का 50 लाख रुपए की बैंक गारंटी माफ करने की एवज में ₹9 लाख की रिश्वत मांगी थी। ₹900000 में से ₹500000 उन्हें 25 मार्च को दिए गए थे और उसी दिन सीबीआई को भी सूचना मिल गई थी । सीबीआई ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। 25 मार्च को उनकी गिरफ्तारी के एक दिन पहले 24 मार्च का एक वीडियो सीबीआई के हाथ लगा है । इस वीडियो में दिख रहा है कि विश्नोई अपने फ्लैट के खिड़की से रुपयों का एक बैग नीचे फेंक रहे हैं और नीचे उनका भतीजा यह बैग लेकर रवाना हो रहा है । इस बैग में ₹50 लाख रखे गए थे जिसे बाद में सीबीआई ने बरामद कर लिया।यह रुपए किन लोगों से और किस काम के लिए लिए गए थे, इसकी भी जांच पड़ताल की जा रही है ।फिलहाल ₹50 लाख रुपयों को जप्त कर लिया गया है।