सार
राजस्थान के चित्तौड़गढ़ स्थित सांवलिया सेठ मंदिर में हर महीने दानपेटी खुलती है। जहां करोड़ों का चढ़ावा खुलता है। इसी बीच एक भक्त की जब मुराद पूरी हुई तो उसने 50 लाख का चेक भगवान के चरणों में चढ़ाया।
चित्तौड़गढ़. श्री कृष्ण के स्वरूप माने जाने वाले चित्तौड़गढ़ के सांवरिया सेठ राजस्थान के सबसे धनी भगवान हैं। सांवलिया सेठ का इतना आशीर्वाद है कि उनकी एक झलक पाने के लिए विदेशों से भी भक्त आते हैं । हर महीने जब उनकी दान पेटी और गोलक खोली जाती है तो 10 से ₹12 करोड़ कैश के अलावा करोड़ों रुपयों के सोने और चांदी भेंट स्वरूप प्राप्त होते हैं ।
राजस्थान के हैं बड़े कारोबारी
पिछले 2 महीने में ही भक्तों ने करीब 15 करोड़ से ज्यादा रुपए कैश और 40 किलो से ज्यादा चांदी भेंट स्वरूप सांवलिया के चरणों में रख दी। इसके अलावा लाखों रुपयों का सोना भी भेंट स्वरूप चढ़ाया गया है। इसी क्रम में जयपुर के एक बड़े कारोबारी ने शनिवार को सांवरिया सेठ के चरणों में ₹50 लाख का चेक भेंट स्वरूप रखा है। उनका कहना था कि सेठ के आशीर्वाद से धंधा चंगा चल रहा है, आशीर्वाद ऐसे ही बनाए रखें तो बहुत से लोगों को रोजगार मिलता रहे ।
एचजी इंफ्रा स्ट्रक्चर लिमिटेड के मालिक हैं तरुण शर्मा
दरअसल जयपुर समेत राजस्थान के कई शहरों में सड़क निर्माण का काम करने वाली कंपनी के पदाधिकारी तरुण शर्मा यह चेक लेकर सांवलिया सेठ पहुंचे थे। तरुण की कंपनी एचजी इंफ्रा स्ट्रक्चर लिमिटेड जयपुर में लिस्टेड है। जयपुर में कंपनी का हेड ऑफिस है । राजस्थान के अलावा और भी कई शहरों में कंस्ट्रक्शन और इंफ्रास्ट्रक्चर का बड़ा कारोबार है । कंपनी में बड़ी संख्या में एंपलाई भी काम करते हैं । कंपनी सामाजिक सरोकार जैसे शिक्षा , मेडिकल और अन्य भी निभाती रही है और मोटा पैसा दान करती है ।
मुराद पूरी होने पर भक्त चढ़ाते हैं लाखों का चढ़ावा
कंपनी के पदाधिकारियों ने बताया कि सांवलिया सेठ के दर्शन करने के बाद यह तय कर लिया गया था कि सांवलिया सेठ के चरणों में भी कुछ भेंट की जाए। उसके बाद कंपनी ने ₹50 लाख का चेक सांवलिया सेठ के चरणों में भेंट किया है। चेक भेंट करने के बाद सांवलिया सेठ मंडल के अध्यक्ष भैरूलाल गुर्जर और अन्य पदाधिकारियों ने कंपनी की ओर से आए प्रतिनिधि तरुण शर्मा का स्वागत किया। उन्हें सांवलिया सेठ का चित्र उपहार स्वरूप में भेंट किया गया । उल्लेखनीय है कि सांवलिया सेठ के दरबार में अक्सर लोग मुराद पूरी होने के बाद बड़ा चढ़ावा चढ़ाते हैं । कई लोग तो सोने चांदी के बने गहनों के अलावा सोने से बने मुकुट , चांदी से बने घोड़े , गाड़ी, मकान का प्रतिरूप तक चढ़ाते हैं। पिछले दिनों तो एक भक्त ने सांवरिया सेठ के चरणों में चांदी से बना हुआ हवाई जहाज तक भेंट किया था।