सार

राजस्थान के सीकर जिले से हैरान करने वाला मामला सामने आया। यहां छोटे भाई की मौत के बाद अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे बड़े भाई से भी ये सदमा झेला नहीं गया और वहीं पर अपने प्राण त्याग दिए। गहरे दुख में परिवार वालों ने दोनो भाईयों को एक साथ अंतिम विदाई दी।

सीकर (sikar).अक्सर हम देखते हैं कि परिवार में कोई मौत होने पर परिवार का कोई सदस्य सदमे में चला जाता है वह कई समय तक बोल नहीं पाता है या फिर चुपचाप बैठा रहता है। लेकिन राजस्थान के सीकर जिले के रामगढ़ शेखावाटी इलाके से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। यहां के रहने वाले एक मुस्लिम बुजुर्ग की हार्ट अटैक से मौत हो गई। जैसे ही मृतक का बड़ा भाई उसके शव को देखने को पहुंचा तो वह सदमे में चला गया और कुछ देर बाद उसकी भी मौके पर ही मौत हो गई। दोनों भाइयों का एक साथ ही अंतिम संस्कार किया गया।

छोटे भाई की मौत का सदमा नहीं झेल पाया बड़ा भाई, शव देखते त्यागे प्राण

दरअसल रामगढ़ शेखावाटी के वार्ड नंबर 13 में रहने वाले काजी नियाज़ अहमद शाम को अपने कमरे में सो रहे थे। इसके बाद जब परिवार वाले उन्हें चाय देने के लिए कमरे में गए तो वह नहीं उठे। इसके बाद डॉक्टर को घर पर बुलाया गया। जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। देर रात करीब 10:30 बजे कस्बे में ही रहने वाले जमील अहमद को अपने छोटे भाई की मौत का पता चला। वह शव देखने के लिए अपने छोटे भाई के घर पहुंचे पर। जहां शव को देखते ही वह सदमे में चले गए और कुछ देर बाद उनकी भी सांसे रुक गई।

जीजा की मौत का सुन साले की भी गई जान, परिवार ने एक ही जगह किया अंतिम संस्कार

वही राजस्थान के सीकर जिले से ही एक ऐसा ही मामला सामने आया। जहां जीजा की हार्ट अटैक की खबर सुनकर साले को भी हार्ट अटैक आ गया। इसके बाद दोनों का अंतिम संस्कार एक जगह ही किया गया। जानकारी के मुताबिक इलाके के रहने वाले रिछपाल सिंह की हार्ट अटैक से मौत हो गई। इसके बाद उनका अंतिम संस्कार होना था। जीजा की मौत की खबर सुनकर साला मदनलाल सदमे में था। ऐसे में देर रात उसे भी हार्ट अटैक आया और मौत हो गई।

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