सार

राजस्थान के सीकर से दो जुड़वा भाइयों ने एक साथ वैज्ञानिक बनकर इतिहास रचा। अमित का इसरो में चयन हुआ, जबकि सुमित पहले से ही वैज्ञानिक हैं।

सीकर. हाल ही में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन इसरो के द्वारा वैज्ञानिक एग्जाम का परिणाम जारी किया गया। इसमें राजस्थान के सीकर जिले के कूदन गांव के रहने वाले अमित बडसरा का भी चयन हुआ है। लेकिन क्या आप जानते हैं अपने घर में केवल अमित ही नहीं बल्कि इनका छोटा भाई सुमित भी वैज्ञानिक के पद पर राष्ट्रीय सीमेंट एवं भवन सामग्री परिषद में अपनी सेवाएं दे चुका है। दोनों भाइयों का जन्मदिन साल 1996 में 1 जनवरी को हुआ था। यह दोनों भाई जुड़वा है।

दिल्ली में बने भारत मंडपम की थी जिम्मेदारी

इससे पहले अमित शहरी एवं विकास मंत्रालय के अधीन आने वाले नेशनल बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कॉरपोरेशन में सीनियर एग्जीक्यूटिव के पद पर कार्य करते थे। दिल्ली में बने भारत मंडपम के रखरखाव की जिम्मेदारी भी इन्हीं के हाथ में थी। लेकिन अब जल्द ही वह इसरो में वैज्ञानिक की पोस्ट पर काम करते हुए नजर आएंगे। यह उनकी चौथी सरकारी नौकरी है।

दोनों की कई सरकारी विभागों में लग चुकी नौकरी

वहीं उनके भाई सुमित अपने भाई अमित से दो कदम आगे हैं। क्योंकि वह एनएचपीसी, एनटीपीसी, भेल सहित कई सरकारी परीक्षाओं के एग्जाम पास करके उनमें भी नौकरी लग चुके हैं। दोनों का जन्म 1 जनवरी 1996 को कूदन गांव में बीरबल बडसरा के घर पर हुआ। दोनों ने अपने नजदीकी शहर सीकर में रहकर ही पढ़ाई पूरी की।

11वीं कक्षा में आने के बाद दोनों ने बना लिया था लक्षय

अपनी इस सफलता पर दोनों भाइयों का कहना है कि शुरू से साइंस सब्जेक्ट में इंटरेस्ट था। 11वीं कक्षा में आने के बाद भी साइंस को दिल से पढ़ा। इसके बाद लगातार तैयारी में लग रहे। जिसका नतीजा है कि आज इस मुकाम तक पहुंचे हैं। दोनों भाइयों का कहना है कि वह अपनी मेहनत लगातार जारी रखेंगे।