PMFBY Bribery Case : श्रीगंगानगर में पीएम फसल बीमा योजना के तहत फसल नुकसान का क्लेम दिलाने में रिश्वत मांगते हुए पटवारी पंखीलाल मीणा को एसीबी ने 95,000 रुपये लेते गिरफ्तार किया। पटवारी ने क्लेम का आधा पैसा ‘खर्चे पानी’ के नाम पर मांगा था।  

Sriganganagar Patwari Arrest : भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने बुधवार को एक बड़ी कार्रवाई करते हुए श्रीकरणपुर तहसील के राजस्व पटवारी पंखीलाल मीणा को 95,000 रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। यह रिश्वत प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) के तहत मिले क्लेम की राशि में से मांगी गई थी। आरोपी ने किसान से यह घूंस चाय पानी के नाम पर मांगी थी।

किसान को फसल खराब होने पर मिले सवा दो लाख

एसीबी के अनुसार परिवादी ने शिकायत दी थी कि खरीफ 2024 में उसकी और उसकी पत्नी की कृषि भूमि पर मूंग की फसल बीमित थी। फसल खराब होने पर बीमा कंपनी से दोनों खातों में कुल 2.28 लाख रुपये का क्लेम आया। इस क्लेम से जुड़े कॉप कटिंग का कार्य क्षेत्र के हल्का पटवारी पंखीलाल मीणा ने किया था। आरोपी को जब क्लेम राशि की जानकारी मिली तो उसने परिवादी से कहा कि यह बीमा क्लेम उसकी मदद से मिला है, इसलिए क्लेम की आधी राशि “खर्चे पानी” के नाम पर देनी होगी। परिवादी द्वारा रिश्वत मांग की शिकायत दर्ज कराने के बाद एसीबी ने मामला गंभीरता से लिया और जाल बिछाकर कार्रवाई की। श्रीगंगानगर एसीबी चौकी की टीम ने उप महानिरीक्षक पुलिस भवन भूषण यादव के सुपरविजन तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पवन कुमार मीणा के नेतृत्व में ट्रैप कार्यवाही की। इस दौरान उप अधीक्षक पुलिस भूपेंद्र कुमार सोनी और ब्यूरो टीम ने आरोपी पटवारी को परिवादी से 95,000 रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों दबोच लिया।

क्लेम की 50 प्रतिशत तक की राशि चाहता था पटिवारी

एसीबी की अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस स्मिता श्रीवास्तव ने बताया कि आरोपी पटवारी से पूछताछ की जा रही है और मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर आगे की जांच की जाएगी। शुरुआती जांच में यह भी सामने आया है कि आरोपी 50 प्रतिशत तक की राशि पर अपना हक जताकर परिवादी को लगातार दबाव में ले रहा था।

किसानों का यही सबसे बड़ा हथियार

भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की इस कार्रवाई से क्षेत्र के किसानों और आमजन में यह संदेश गया है कि सरकारी योजनाओं के लाभ में रिश्वतखोरी किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। एसीबी का कहना है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ आमजन की शिकायतें ही सबसे बड़ा हथियार हैं और ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई भविष्य में भी जारी रहेगी।