सार

राजस्थान में बाड़मेर जिले के इंद्रोई गांव का रहने वाला 18 साल का लड़का विक्रम प्रताप सिंह अब फ्लाइंग ऑफिसर बन गया है। यानि वो हवाई जहाज उड़ाएगा। विक्रम ने बचपन में ही हवाई जहाज उड़ता देख सोचा लिया था कि वह भी एक दिन इसको उड़ाएगा।

बाड़मेर (राजस्थान). बचपन में हम जो कुछ भी करते या देखते हैं वह बड़े होकर हमारी आदत बन जाता है। राजस्थान के एक युवा के साथ भी बचपन में कुछ ऐसा ही हुआ जब वह छत पर खड़े होकर हवाई जहाज को उड़ता देखा तो सोचता कि एक दिन वह भी यह हवाई जहाज ही उड़ेगा। अब उसकी इच्छा पूरी हो चुकी है। क्योंकि वह इंडियन एयर फोर्स में फ्लाइंग ऑफिसर के पद पर नौकरी लगा है।

18 साल का विक्रम बना फ्लाइंग ऑफिसर

दरअसल,. हम बात कर रहे हैं राजस्थान के बाड़मेर जिले के इंद्रोई गांव के रहने वाले 18 साल के लड़के विक्रम प्रताप सिंह की। जिसने अपने दूसरे अटेम्प्ट में ही एनडीए का एग्जाम पास कर लिया। और अब वह फ्लाइंग ऑफिसर के लिए भी सेलेक्ट हो चुका है। विक्रम ने अपनी शुरू की पढ़ाई बाड़मेर की स्कूल में की और फिर इसके बाद पढ़ने के लिए माउंट आबू चला गया।

एनडीए के इंटरव्यू के लिए दिल्ली और वाराणसी बुलाया

जब पहली बार वह एनडीए के एग्जाम में पास नहीं हुआ तो उसने दोबारा तैयारी करना शुरू किया और दूसरे अटेम्प्ट में रिटर्न एग्जाम देने के बाद उसे इंटरव्यू के लिए वाराणसी बुलाया गया। यहां पास होने के बाद दिल्ली बुलाकर उसका फाइनल रिव्यू हुआ। इसके बाद जारी हुए परिणामों में वह पास हो गया।

पिता की छोटी सी दुकान तो बहन भी सेना में जाएगी

विक्रम ने बताया कि उनके पिता उगम सिंह की मेडिकल की दुकान है जबकि मां हाउसवाइफ है। सामान्य परिवार है जिसमें छोटी बहन भी सेना में जाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। विक्रम बताते हैं कि जब वह छोटे थे तो छत पर खड़े होकर हवाई जहाज को देखते और सोचते कि एक दिन वह भी हवाई जहाज उड़ाएंगे और आज वह सपना सच हो चुका है। विक्रम बताते हैं कि वह गांव के पहले ऐसे शख्स हैं जो फ्लाइंग ऑफिसर के रूप में नौकरी करेंगे।