सार

राजस्थान के उदयपुर से एक ऐसे अनोखे परिवार के कामयाबी की कहानी सामने आई है। जिसके तीन सदस्यों मिलकर अब तक 200 मेडल जीत चुकी है। इसकी शुरूआत सबसे पहले बीएसएफ से रिटायर्ड हुए जवान महेंद्र सिंह ने की थी।

जयपुर. तीन खिलाड़ी मिलकर किसी गेम में आखिर कितने मेडल्स जीत सकते हैं 10, 20,30, लेकिन इसके आगे कोई कल्पना नहीं कर सकता। लेकिन क्या आप जानते हैं कि राजस्थान में एक ऐसा भी परिवार है जिसके 3 मेंबर्स के पास एक ही गेम में 200 से ज्यादा मैडल है। पिता और बेटा-बेटी सालों से गेम खेल रहे हैं। इनमें पिता और बेटा तो इंडियन टीम के लिए खेल रहे हैं। जबकि बेटी का भी जल्द ही इंडिया टीम के लिए ट्रायल होने वाला है।

बेटा-बेटी इंडियन टीम में सिलेक्ट

हम बात कर रहे हैं राजस्थान के उदयपुर जिले के रहने वाले बीएसएफ से रिटायर्ड हुए जवान महेंद्र सिंह की। जिन्होंने नौकरी में रहने के दौरान ही शूटिंग करना शुरू किया। अब वह इसमें कितने प्रतिशत हो चुके हैं कि वर्तमान में वह इंडिया टीम के एक मेंबर है। इसके अलावा उनका 19 वर्षीय बेटा प्रद्युमन सिंह भी इंडियन शूटिंग टीम में है। और बेटी खुशहाली भी जल्द ही इंडिया टीम के लिए होने वाले ट्रायल में शामिल होने वाली है। यदि बेटी ने सिलेक्ट हुई तो बाप बेटा सीनियर केटेगरी में और बेटी जूनियर कैटेगरी में खेलती हुई नजर आएगी।

दर्जनों गोल्ड और कई सिलवर मेडल जीते

महेंद्र सिंह ने बताया कि बीएसएफ में ही राइफल रिपेयर करने के पद पर रहने के दौरान उन्होंने निशाना लगाना शुरू किया था। इसके बाद नौकरी में रहने के दौरान ही इंडिया टीम के लिए सिलेक्ट हो गया। 2007 में पहला नेशनल मेडल जीता। इसके बाद कई देशों में खेल कर करीब 48 गोल्ड और दर्जनों सिल्वर मेडल हासिल कर लिए।

बेटा भी पिता की राह पर चला

हालांकि महेंद्र अभी वन विभाग में रेंजर के पद पर नौकरी कर रहे हैं, लेकिन उनकी शूटिंग करने का चस्का अभी भी दूर नहीं होता है। उन्हें देखकर ही बेटे प्रद्युमन ने भी शूटिंग करना शुरू किया। जो भी अब तक कई गोल्ड मेडल जीत चुका है। इसके अलावा बेटी खुशहाली भी स्टेट लेवल पर मेडल जीत चुके हैं।

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