सार

दौसा के टेकमचंद मीणा ने चौथे प्रयास में आरजेएस परीक्षा में 111वीं रैंक हासिल की। दिल्ली में बैंक अफसर रहते हुए उन्होंने यह मुकाम हासिल किया। उनके परिवार में पहले से ही जज, कलेक्टर और आईएएस अधिकारी हैं।

दौसा (राजस्थान). हाल ही में राजस्थान में जारी हुए आरजेएस भर्ती परीक्षा के रिजल्ट के बाद दौसा जिले के टेकमचंद मीणा का नाम काफी सुर्खियों में है। क्योंकि उन्होंने इस भर्ती परीक्षा में 111वीं रैंक हासिल की है। जिन्होंने अपने चौथे अटेम्प्ट में यह सफलता हासिल की।

अफसर बनने से पहले थे दिल्ली बैंक में अधिकारी

मीणा मूल रूप से दौसा के घूमना गांव के रहने वाले हैं। जब परिणाम आने के बाद वह गांव गए तो उनका गांव में जोरदार स्वागत किया गया। उन्हें गांव के युवा खुली गाड़ी में बैठाकर घर पर लेकर गए। मीणा इससे पहले वर्तमान में दिल्ली में केनरा बैंक में लीगल ऑफिसर के पद पर नौकरी कर रहे थे। इस पद पर नौकरी करते हुए वह लगातार आरजेएस भर्ती परीक्षा की तैयारी कर रहे थे।

पिता मजिस्ट्रेट-भाई आईएएस और पत्नी न्यायिक अधिकारी

इस बार चौथे प्रयास में उन्होंने सफलता हासिल कर ली। हालांकि पिछले तीनों प्रयास में सफलता के बहुत नजदीक थे। मीणा का परिवार हमेशा से ही पढ़ाई में आगे रहा है। उनके घर में पहले से ही जज और कलेक्टर है। इनके पिता राम सिंह मीणा जिला मजिस्ट्रेट रह चुके हैं और उनकी पत्नी नेहा 2020 बैच की न्यायिक अधिकारी है। वहीं बड़े भाई पुष्पेंद्र छत्तीसगढ़ कैडर के 2012 बैच के आईएएस अधिकारी है। 

जज ने बताया कैसे आप आसानी से पा सकते हैं सफलता

जज बनने वाले टेकमचंद ने बताया कि वह तो दिल्ली में रहकर अपनी नौकरी भी कर रहे थे और साथ में तैयारी भी लेकिन इसके पीछे सबसे बड़ा हाथ उनकी पत्नी मीणा सहित पूरे परिवार का रहा। जिसके चलते आज उन्होंने यह सफलता हासिल की।मीणा बताते हैं कि जब हम जीवन में किसी टारगेट को हासिल करना चाहते हैं तो हमें उसके बीच आने वाली कठिनाइयों की बजाय केवल उस टारगेट पर ही ध्यान देना चाहिए। चाहे कितने ही डिस्टरबेंस क्यों ना आए लेकिन मकसद एक ही रखना चाहिए कि हमें हमारे टारगेट को हासिल करनाहै।

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