सार
रविवार को आज एक तरफ गंगा दशहरा मनाया जा रहा है तो वहीं दूसरी तरफ लोग फादर्स डे को सेलिब्रेट कर रहे हैं। लेकिन राजस्थान से एक दुखद खबर है, जहां गंगा दशहरा के जागरण में आ रहे तीन लोगों की मौत हो गई, एक पिता दो बच्चों को आज अनाथ कर गया।
चित्तौड़गढ़. मोहन लाल, उनकी पत्नी ललिता और गुजरात से राजस्थान आई साली.. जयश्री, तीनों की मौत इस तरह से हुई की कोई सोच भी नहीं सकता। गंगादशहरा से एक दिन पहले बड़े भाई ने घर के नजदीक ही मंदिर में जागरण किया था, लेकिन किसी पता था कि जागरण में ही मौत आ जाएगी। मामला चित्तौडगढ़ जिले के निम्बाहेड़ा थाना इलाके का है।
बांद्रा एक्सप्रेस से कुलचने के कारण मौत
पुलिस ने बताया कि निम्बाहेड़ा क्षेत्र में रहने वाले मोहन लाल धोबी, उसकी पत्नी ललिता और साली जय श्री की बांद्रा एक्सप्रेस से कुलचने के कारण मौत हो गई। दरअसल, मोहन लाल के बड़े भाई ने घर के नजदीक ही हनुमान मंदिर के पास भैरव जी के थान पर जागरण रखा था। इस जागरण में शामिल होने के लिए मोहन लाल और उसका परिवार जा रहा था।
मंदिर जाने से पहले ही आ गई मौत
मंदिर जाने से पहले रेलवे ट्रेक आता था। लेकिन उस ओर जाने के लिए अंडरपास बना हुआ था और लोग वहीं से आते जाते थे। मंदिर... पटरियों के नजदीक ही होने के कारण मोहन लाल और उसका परिवार रेलवे ट्रेक को पार कर मंदिर की ओर जा रहा था। उसने अंडरपास यूज नहीं किया। डीजे पर तेज भजन बज रहे थे और उधर से बांद्रा एक्सप्रेस आ गई। ट्रेन की आवाज तीनों को ही सुनाई नहीं दी। लेकिन दूसरी ओर से परिवार के लोग उनको बचाने के लिए चीख - चिल्ला रहे थे। जब तक उन लोगों को कुछ सुनाई देता, तब तक ट्रेन तीनों को रौंदते हुए निकल गई।
पिता दिवस पर बच्चों को अनाथ कर गए
पुलिस ने बताया कि तीनों के शव पटरियों पर बिखर गए। जयश्री जो कि अहमदाबाद की रहने वाली है, वह दो दिन पहले ही अपनी बड़ी बहन से मिलने के लिए निम्बाहेड़ा आई थी। उसके बाद अपने जीजी और जीजा के साथ वह भी जागरण में जा रही थी। मोहन लाल के दो बेटे और दो बेटी हैं। एक बेटी की शादी हो सकी है।