सार
कोटा चंबल रिवर फ्रंट जिसका आज उद्घाटन हो रहा है। इस कार्यक्रम मे 100 मंत्री-विधायक और रणवीर-दीपिका भी पहुंच रहे हैं। लेकिन सीएम गहलोत नहीं पहुंचे। आखिर ऐसी क्या वजह रही जो मुख्यमंत्री जी ने रात ढाई बजे अपना दौरा रद्द कर दिया।
जयपुर. सीएम अशोक गहलोत ने रात ढाई बजे जयपुर से कोटा जाने का प्रोग्राम रद्द कर दिया। उन्होनें सोशल मीडिया के जरिए जानकारी दी कि अपरिहार्य कारणों के चलते वे आज कोटा नहीं जा सकेंगे, वे कोटा में कल शामिल होंगे। उनके अचानक इस तरह से तय प्रोग्राम रद्द कर देने के बाद भाजपा और कांग्रेस के नेताओं में चर्चा शुरू हो गई है। इतना बड़ा प्रोजेक्टर जिसमें चार विश्व रिकॉर्ड बन रहें हों और उसमें सीएम नहीं पहुंच रहे, इसे लेकर अब तरह तरह के कयास लगाए जा रहे हैं।
क्या भाजपा के इस नेता से डर गए सीएम गहलोत
दरअसल कोटा से दबंग भाजपा नेता प्रहलाद गुंजल ने सरकार के इस 1400 करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। उन्होंने कल यानि सोमवार को दस्तावेज शेयर किए और बताया कि चंबल रिवर फ्रंट में बने इस प्रोजेक्टर में न तो सुप्रीम कोर्ट की गाइड लाइन को फॉलो किया गया और न ही एनजीटी यानि पर्यावरण के मानकों का ध्यान रखा गया। इसके अलावा और भी कई सारे नियम तोड़े गए। इन तमाम नियमों को सरकार ने खुद तोड़ा , जो कि उचित नहीं है।
सोशल मीडिया पर जब यूजर ने लगाई नेताजी की क्लास
वहीं सोशल मीडिया पर लोगों का कहना है कि इस प्रोजेक्ट को बनते दो साल से ज्यादा समय हो गया, उस समय गुंजल दस्तावेज लेकर क्यों नहीं आए, जिस दिन उद्घाटन रखा गया उसके एक दिन पहले इस तरह से बयान देना उचित नहीं है।
क्या कोटा चंबल रिवर फ्रंट प्रोजेक्ट ही गैर कानूनी
गुंजल ने दस्तावेज जारी करते हुए कहा कि इस प्रोजेक्टर के निर्माण में निर्माण डेंटर एक सौ पचास फीसदी दरों पर दिए गए हैं। जनता के पैसों की बर्बादी की गई है। पूरा प्रोजेक्ट ही गैर कानूनी है। गुंजल इससे पहले अजमेर जिले में बने सेवर वंडर्स प्रोजेक्ट का भी विरोध कर चुके हैं। बाद में इस प्रोजेक्ट को तोड़ने के आदेश हुए। अब गुंजल चंबल रिवर फ्रंट के पीछे लग गए हैं।