सार
राजस्थान में इसी साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में कांग्रेस हो या बीजेपी सभी राजनीतिक दल इसकी तैयारी में जुट गए हैं। वहीं पूर्व सीएम वसुंधरा राजे खुद को सीएम दावेदार मान रही हैं। आज वसुंधरा के लिए बहुत बड़ा दिन साबित हो सकता है।
चूरू. राजस्थान की भाजपा के लिए आज का दिन बेहद खास है। भाजपा के बड़े नेताओं में कितनी ताकत है आज सामने आ जाएगी। कहा तो यहां तक जा रहा है कि आज ही वो चेहरा भी सामने आ जाएगा जो आने वाले साल में सीएम बन सकता है अगर पार्टी फिर से जीत दर्ज करती है तो....। अब बात पार्टी के और भी वरिष्ठ नेताओं की, वे किसी तरह के विवाद में पडना ही नहीं चाहते इसलिए किसी तरह का बयान नहीं दे रहे हैं।
शुरू से शूरू करते हैं.…पहले बात वसुंधरा राजे की
दरअसल वसुंधरा राजे सिंधिया, यानि भाजपा का बड़ा नाम राजस्थान में, दो बार सीएम रह चुकी हैं और फिर से सीएम बनना चाहती हैं। चार साल तक वे लो प्रोफाइल रहीं, कम ही कार्यक्रमों में शामिल हुईं। लेकिन अब चुनावी साल है तो बड़े बड़े ही नहीं छोटै आयोजनों में भी शामिल हो रही हैं। दरअसल राजे दबंग नेता है, वे अकेला चलों में विश्वास रखती है। पार्टी के कई बड़े नेताओं की किरकिरी हैं और वे इन्हें पसंद भी नहीं करते। इसलिए दूसरा गुट बनाया गया और इस दूसरे गुट को लीड करने वाले नेता हैं भाजपा के प्रदेश अध्याक्ष सतीश पूनिया...। राजे का जन्मदन आठ मार्च को है। पहले इस दिन बड़ा शक्ति प्रदर्शन करने की तेयारी थी। लेकिन होली के चलते अब जन्मदिन आज ही मनाया जा रहा है। आज यानि चार मार्च को चूरू जिले के बड़े बालाजी मंदिर, यानि सालासार धाम में बड़ी पूजा है और दो लाख लोगों के आने की तैयारी वहां की गई है।
अब बात सतीश पूनिया की... प्रदेश अध्यक्ष हैं वो
सतीश पूनिया राजस्थान मे चार साल के भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष हैं। उन पर पार्टी को भरोसा है इस कारण उनको हटाया नहीं गया है। उनकी और राजे की ठनी हुई हैं। सतीश पूनिया भी बड़ा नाम है और वो भी सीएम बनना चाहते हैं। सतीश पूनिया ने आज वसुंधरा राजे के आयोजन को पीटने के लिए युवा मोर्चा और अन्य भाजपा नेताओं की मदद से सरकार के खिलाफ आंदोलन करने की चेतावनी दे दी। विधानसभा घेराव की तैयारी हो गई। लेकिन पता चला कि शुक्रवार रात विधानसभा ही रद्द हो गई आज के लिए। यानि प्रदर्शन करने की कोई जरुरत ही नहीं बची। अब सीएम हाउस घेरने की चेतावनी है आज ही।
अब बात पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं की
पार्टी के बड़े नेता और कार्यकर्ता दोनो ही नेता. यानि सतीश पूनिया और वसुंधरा राजे को नाराज नहीं करना चाहते। इसलिए अधिकतर ने ये तैयारी की है कि सवेरे सीएम हाउस घेरने के आयोजन में जाएंगे और शाम को चूरू जिले मंे सालासर धाम में जाएगे जहां राजे जन्मदिन मना रही हैं।
इस पूरे घटनाक्रम के बाद यही निष्कर्ष निकाला जा रहा है कि वसुंधरा राजे चुनाव से पहले फिर से मजबूत तरीके से एक्टिव हो गई है और आने वाले समय में सीएम का चेहरा वे ही रहने वाली है....। फिर पार्टी चाहे मोदी के चेहरे पर चुनाव लड़ने की बात करती रहे....