सार

राजस्थान के जयपुर शहर के ग्रामीण इलाके से दिल दहलाने वाला मामला सामने आया है। करंट लगने से दादा पोते की हुई मौत एक अन्य पोता गंभीर घायल। बिजली विभाग की लापरवाही के कारण अब आर्थिक मुआवजा और सरकारी नौकरियों की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन शुरू।

जयपुर (jaipur news). जयपुर ग्रामीण में स्थित दूदू इलाके में रविवार, 28 मई की सुबह सवेरे करंट लगने से दादा और पोते की मौत हो गई। एक अन्य किशोर करंट की चपेट में आने से गंभीर रूप से झुलस गया , उसका अस्पताल में इलाज चल रहा है। करंट लगने से हुई 2 मौतों के बाद गांव में माहौल गमगीन हो गया है, दोनों लाशें मुर्दाघर में रखवा दी गई है। परिवार के लोगों ने लाश नहीं उठाई है। बिजली विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए धरना प्रदर्शन शुरू हो गया है। मुआवजे की मांग और सरकारी नौकरी की मांग की जा रही है। दूदू पुलिस और जिला प्रशासन की टीम मौके पर है ग्रामीणों से समझाइश की कोशिश की जा रही है।

जयपुर के ग्रामीण इलाके में हुई दर्दनाक घटना

पुलिस ने बताया कि रविवार के दिन मुंडरु छेत्र के लसाडिया गांव में रहने वाले 65 साल के भागीरथ और 17 साल की उसके पोते अंकित की मौत हो गई। परिवार के लोगों ने पुलिस को बताया कि तड़के करीब 4:00 से 5:00 बजे के आसपास गांव में तेज बारिश आई थी। बारिश से खेत की मेड खराब हो गई थी। मेड बनाने के लिए सवेरे करीब 8:00 बजे दादा भागीरथ दास खेत में गए थे, इस दौरान वहां नजदीक ट्रांसफार्मर के तार के संपर्क में भागीरथ दास आ गए और वे वही चिपक गए। पोता अंकित वहां से गुजर रहा था। उसने दादा का हाथ खींचकर दादा को वहां से निकालने की कोशिश की, लेकिन वह भी करंट की चपेट में आ गया और मौके पर ही जान गवा बैठे।

दादा और भाई को करंट में फसा देख बचाने दौड़ा दूसरा पोता

भागीरथ दास का दूसरा पोता 18 साल का विमल वहीं से कोचिंग जाने के लिए गुजर रहा था, उसने दादा और पोते को बाहर निकालने की कोशिश की लेकिन उसको भी करंट का जोरदार झटका लगा। तीनों को तुरंत अस्पताल लेकर जाया गया लेकिन जब तक भागीरथ और अंकित की मौत हो चुकी थी । विमल का अजीतगढ़ के सरकारी अस्पताल में इलाज चल रहा है, उसकी हालत गंभीर होती देख उसे जयपुर के एसएमएस अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। इस घटना के बाद गांव वालों में रोष है। ग्रामीणों का कहना है कि लाइनमैन को बार बार फोन किया लेकिन वह मौके पर नहीं पहुंचे, इस कारण दादा और दोनों पोते हाई टेंशन लाइन से चिपके रहे। घटना के करीब 15 मिनट के बाद जाकर लाइट काटी गई , तब तक 2 मौतें हो चुकी थी।

जयपुर में हुए दर्दनाक हादसे में गई दादा पोते की जान

घटना के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने बताया कि हाईटेंशन लाइन के तार नीचे हैं, इस बारे में भी कई बार बिजली विभाग को सूचना दी गई, लेकिन वह लोग नहीं आए। अब पिछले कुछ दिन से आंधी तूफान के कारण यह लाइनें और ज्यादा नीचे आ गई, जिससे ग्रामीणों पर जान जाने का खतरा मंडराता रहा और आज सवेरे वही हुआ जिसका पूरे गांव को डर था।

बिजली विभाग के खिलाफ धरने पर बैठे ग्रामीण

स्थानीय ग्रामीणों का कहना था कि ट्रांसफार्मर जमीन के करीब 5 फुट ऊंचाई लगा हुआ है, इसे भी कई बार और ज्यादा ऊंचाई पर लगाने के लिए बिजली विभाग को शिकायतें की गई है। लेकिन विभाग के लोग मानते नहीं है। अब गांव के लोग आंदोलन और धरने प्रदर्शन में बैठते हैं। जब तक मृतकों के परिवार को सरकारी नौकरी और मुआवजा नहीं दिया जाएगा जब तक परिवार के लोगों ने लाश उठाने से इनकार कर दिया है ।

उल्लेखनीय है कि 2 दिन पहले इसी तरह का घटनाक्रम उदयपुर जिले से भी सामने आया था। उदयपुर जिले के एक पुलिस थाने में 22 साल के एक लड़के को पुलिस पूछताछ के लिए लेकर आई थी, लेकिन पूछताछ के दौरान उसकी मौत हो गई। परिवार में वह अकेला काम आने वाला था। युवक की मौत के बाद परिवार के लोग धरने प्रदर्शन पर बैठ गए। 2 दिन के बाद 30 लाख रूपए मुआवजे और आश्रित को नौकरी देने पर माहौल शांत हुआ और परिवार के लोगों ने लाश अंतिम संस्कार किया।

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