सार
राजस्थान के कोटा की एक तेल मिल में बने चेंबर की सफाई करने उतरे दो कर्मचारियों की मौत हो गई। तीन सीरियस हालत में हैं। फैक्ट्री में कचरा कई दिनों से जमा था, जो जहरीली गैस बन रहा था। जहर इतना खतरनाक कि जो उसकी सफाई करने गया वह जिंदा नहीं लौटा।
कोटा. राजस्थान के कोटा शहर से बड़ी खबर है। कोटा जिले के रानपुर थाना इलाके में सोयाबीन का तेल निकालने वाली एक फैक्ट्री में बड़ी घटना हुई है। अब तक दो कर्मचारियों की मौत हो चुकी है, तीन अन्य की हालत भी बेहद गंभीर बनी हुई है। पांच कर्मचारी कल शाम फैक्ट्री में सफाई का काम करने गए थे, लेकिन अचेत हालात में वापस मिले। एक एक कर सभी बेहोश हो गए और उनमें से दो की जान तक चली गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने बताया कि सोयाबीन का तेल निकालने के बाद जो कचरा बचता है उसे फैक्ट्री के के ही एक हिस्से में एक गड्ढे में फेंका जा रहा था। इस गड्ढे में काफी समय से कचरा जमा हो रहा था और धीरे धीरे फैक्ट्री के अन्य जिस्सों में इसकी दुर्गंध फैल रही थी।
एक की रात तो दूसरे की सुबह तड़के हो गई मौत
कल शाम करीब पांच बजे पांच कर्मचारी फैक्ट्री में गए और ये कचरा साफ करने के काम में लग गए। धीरे धीरे कर सभी बेहोश हो गए। पांचों को अस्पताल में भर्ती कराया गया जिनमें से देर रात और तड़के रतन लाल और लोकेश की मौत हो गई। तीन अन्य कर्मचारी जितेंद्र, मुकेश और उच्छव कुमार सिंह का एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। इस घटना के बाद अब उनके परिजन पुलिस के सपंर्क में आ रहे हैं ।
फैक्ट्री में बन रही थी जहरीली गैस
पुलिस ने देर रात फैक्ट्री का मुआयना किया है और जिस जगह पर कचरा दबा हुआ है उसे सीज कर दिया है। डॉक्टरों का कहना है कि फैक्ट्री में काफी समय से कचरा जमा किया जा रहा था। खाने की वस्तुओं को ज्यादा समय तक रखा जाता है तो वे जहरीली गैसें बनाती हैं। फैक्ट्री का नाम शिव एडिबल कंपनी है। यहां पर सोयाबीन का तेल निकाला जाता है।