सार

झीलों की नगरी कहे जाने वाले उदयपुर से बड़ी खबर सामने आई है। यहां आरोपी को पकड़ने गई पुलिस पर पूरे गांव ने बोल दिया हमला। लोगों ने सात पुलिसवालों को भगा भगा कर पीटा, किसी के चाकू मारा तो किसी का सिर फोड़ दिया। घायल पुलिस कर्मियों को हॉस्पिटल लाया गया।

उदयपुर (udaipur news). राजस्थान के झीलों की नगरी यानि उदयपुर से हैरान करने वाली खबर है। शहर के ग्रामीण इलाके में पुलिसवालों पर पूरे के पूरे गांव ने हमला कर दिया। पुलिस वाले कुछ सोच समझ पाते इससे पहले ही गांव के लोगों ने सातों पुलिसवालों को बुरी तरह मारा। एसएचओ ने अपने पद के बारे में बताया तो भी गांववालों के हाथ नहीं रुके उनके साथ भी मारपीट की यहां तक की एसएचओ को तो चाकू तक मार दिया।

पुलिसकर्मी बेहोश हुए तो छोड़ी जान, घरों में तला लगा हुए फरार

गांववालों की पिटाई के चलते जब पुलिस वालों एक एक कर सड़क पर गिरने लगे और बेहोश होने लगे तब जाकर गांव वालों ने उनको छोड़ा और वहां से भाग गए। अब पूरे के पूरे गांव में ताले लगे हुए हैं। कुछ जगहों पर महिलाएं और बच्चे हैं। उनसे ही पूछताछ की जा रही है। सातों पुलिस वालों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। मामला उदयपुर जिले के मंडवा इलाके का हैं। उदयपुर रेंज के आईजी अजयपाल लांबा और एसपी उदयपुर विकास शर्मा देर रात से आरोपियों की तलाश में जुटी टीम के साथ लगे हुए हैं।

इलाके में है हिस्ट्रीशीटर का खौफ

दरअसज मांडवा इलाके उदयपुर का ग्रामीण इलाके से भी बदतर इलाका है। वहां आदिवासी समाज के लोग रहते हैं और छोटे मोटे अपराध करते रहते हैं। इन्हीं आदिवासियों में रनिया नाम के एक बदमाश ने अपनी गैंग बना ली। वह खुद एचएस है और उसका बेटा और वह खुद गैंग संभालते हैं। ये गैंग बड़ी वारदातें करती है। कल रात पुलिस को सूचना मिली की रनिया और उसका बेटा गांव आए हुए हैं। इस पर सात पुलिसकर्मी जिनमें एसएचओ उत्तम सिंह समेत अन्य लोग शामिल हैं। वे लोग रनिया और उसके अपराधी बेटे को पकड़ने के लिए गए।

पुलिस के लिए घात लगाए बैठे थे आरोपी

आरोपियों को पकड़ने के लिए गई टीम को पता नहीं था कि वहां पर गांव वाले पहले ही घात लगाकर इंतजार कर रहे हैं। उन्होनें पुलिस को जीप से बाहर ही नहीं निकलने दिया। जीप के अंदर ही पीट दिया। उसके बाद जीप से बाहर निकाला, डंडे मारे, सरियों से पीटा, चाकू मार दिए। महिलाओं पर भी मारपीट करने का आरोप है। पुलिस वाले बेहोश हो गए तो उनको लगा कि मौत हो गई। ऐसी हालात में वे पुलिस वालों को छोड़कर भाग गए। बाद में अन्य पुलिस टीमें वहां पहुंची और उन्होनें पुलिसवालों को अस्पतालों में भर्ती कराया।