सार

उदयपुर में तेंदुए के आतंक का सिलसिला जारी है। 5 साल की बच्ची को तेंदुआ उठा ले गया, परिजनों को कुछ दूरी पर बच्ची का शव मिला लेकिन तेंदुआ उसे भी उठा ले गया। पिछले 20 दिनों में तेंदुए 4 लोगों की जान ले चुके हैं।

उदयपुर. राजस्थान के उदयपुर जिले में लेपर्ड के द्वारा लोगों को जिंदा खाने के मामले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। बीते दिनों 11 दिन के भीतर तीन मौत होने के बाद यहां वन विभाग के द्वारा दो लेपर्ड को पकड़ा गया। लेकिन देर रात एक बार फिर एक लेपर्ड के द्वारा उदयपुर शहर से करीब 45 किलोमीटर दूर गोगुंदा क्षेत्र में 5 साल की बच्ची को लेपर्ड खा गया।

माता-पिता के सामने बेटी की कटी लाश को भी उठा ले गया लेपर्ड

जानकारी के अनुसार 5 साल की बच्ची को लेपर्ड उठाकर ले गया। जब परिजन बच्ची को ढूंढने के लिए निकले तो उन्हें बच्ची की एक कटी हुई हथेली मिली और कुछ दूरी पर शव पड़ा था। परिजन उस शव को उठाते इससे पहले ही लेपर्ड झाड़ियों के बीच से निकलकर आया और फिर शव को भी उठा ले गया।

बीच गांव से मासूम को उठाकर ले गया लेपर्ड

5 साल की मासूम बच्ची का नाम सूरज है। जो भील बस्ती में नाले के पास अपने हाथ पैर धो रही थी इसी दौरान लेपर्ड ने हमला किया। वहां मौजूद अन्य बच्चों के चिल्लाने पर परिजन मासूम को खोजने के लिए निकले। बच्ची की तलाश में परिजन और ग्रामीण करीब आधा किलोमीटर आगे पहुंचे तो उन्हें बच्ची की कटी हुई हथेली मिली। और उससे कुछ दूरी पर ही शव था। लेकिन वह भी घरवालों को नसीब नहीं हुआ।

लेपर्ड अब तक चार लोगों को जिंदा चबा चुका

घटना के तुरंत बाद वन विभाग को सूचना दी गई। वन विभाग के लोगों ने काफी सर्च भी किया लेकिन लेपर्ड का कुछ भी पता नहीं चल पाया। आपको बता दे कि पिछले करीब 20 दिनों में जंगल में रहने वाले लेपर्ड चार लोगों की जान ले चुके हैं। इलाके में लेपर्ड का इतना ज्यादा खौफ है कि यहां लेपर्ड की तलाश सेना भी कर चुकी है।

इलाके में 7 लेपर्ड, लेकिन 5 अभी हैं मिसिंग

आपको बता दें कि वन विभाग के अनुसार इलाके में कुल 7 लेपर्ड है। जिनमें से 2 को हाल ही में वन विभाग के द्वारा पकड़ा गया था। लेकिन 5 लेपर्ड अभी भी पकड़ में नहीं आए हैं। हालांकि वन विभाग ने जगह-जगह पिंजरे भी लगाए हुए हैं।

 

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