सार
राजस्थान में 20 से ज़्यादा सरकारी भर्ती परीक्षाओं में शामिल रहे रामू राम रायका को सब-इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में गिरफ्तार किया गया है। जिन्होंने परीक्षा से 7 दिन पहले बेटा-बेटी को पेपर देकर थानेदार बनाया था।
जयपुर. 20 से ज्यादा सरकारी भर्ती परीक्षा में दखल रखने वाले रामू राम नायक को 6 दिन की रिमांड पर लिया गया है । मूल रूप से नागौर जिले के रहने वाले रामू राम फिलहाल सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा के लिए गिरफ्तार किए गए हैं । उन्होंने अपने बेटा और बेटी दोनों को परीक्षा से 7 दिन पहले ही पेपर दे दिया। जिससे दोनों मेरिट में आ गए , जबकि इससे पहले उन्होंने कई सरकारी भर्ती परीक्षाएं दी लेकिन सभी में हुए फेल होते चले गए ।
सरकारी नौकरी के लिए लेते थे इंटरव्यू
रामू राम से प्रारंभिक पूछताछ में एसओजी अफसर का कहना है कि यह पूछताछ अन्य परीक्षाओं के बारे में भी हो सकती है। रामू स्कूल लेक्चरर , पीआर ओ भर्ती , सेकंड ग्रेड स्कूल टीचर, RAS मेंस परीक्षा जैसे 10 से ज्यादा परीक्षाओं में पेपर कन्वीनर रह चुके हैं। इसके अलावा सब इंस्पेक्टर भर्ती, PRO भरती, एग्रीकल्चर ऑफिसर भरती, समेत कई बड़ी सरकारी भर्ती परीक्षा में हुए इंटरव्यू ले चुके हैं। एसओजी अफसर का कहना है अगर जरूरत पड़ी तो इन भर्ती परीक्षा में भी पड़ताल करेंगे ।
गांव में जन्में रामू रायका RPSC के मेंबर तक बने
रामूराम रायक नागौर जिले के गगवाना गांव में रहने वाले हैं। 1982 में उन्होंने अर्थशास्त्र से MA किया और 1983 से लेकर 2017 तक सरकारी कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर से लेकर वाइस प्रिंसिपल तक बने । उसके बाद 2018 से 2022 तक आरपीएससी के सदस्य भी रहे। इस दौरान वे कई बड़े नेताओं के संपर्क में रहे ।
रामू रायका ने बेटा-बेटी को परीक्षा से 7 दिन पहले दे दिया था पेपर
बताया जा रहा है अपने बच्चों को आगे बढ़ाने के लिए रामू राम नायक ने कई सरकारी भर्ती परीक्षाएं दिलवाई , लेकिन बच्चे पास नहीं हुए। उसके बाद उन्होंने अपनी बेटी शोभा और बेटे देवेश को सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा का पेपर ही लाकर दे दिया । 7 दिन पहले यह पेपर दिया और दोनों बच्चों ने उसे पूरी तरह से रट लिया । उसके बाद दोनों मेरिट में आ गए लेकिन अब भाई बहन और पिता तीनों जेल यात्रा पर हैं।
जानिए क्या है राजस्थान सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा पेपर लीक
आरपीएससी की तरफ से 859 पद पर सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा साल 2021 सितंबर में आयोजित की गई थी । परीक्षा के परिणाम आने के बाद ट्रेनिंग शुरू हो गई थी। लेकिन जब सरकार बदली तो सरकार ने अशोक गहलोत सरकार के द्वारा आयोजित की जाने वाली परीक्षाओं के बारे में जांच पड़ताल शुरू की । उसमें सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा में सबसे ज्यादा धांधली मिली है।