सार
लोकसभा चुनाव 2024 के पहले कांग्रेस को तगड़ा झटका लगा है। वजह राजस्थान में जोधपुर जिले के रहने वाले युवा नेता अब कांग्रेस को छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए हैं। गौरव पढ़ाई में गोल्ड मेडलिस्ट रह चुके हैं। वो दिल्ली और झारखंड को भी अपना घर बताते हैं।
जयपुर. राजस्थान में 19 अप्रैल को लोकसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान होना है। वही आज दूसरे चरण के नामांकन का आखिरी दिन है। इसी बीच राजस्थान में राजनीति का केंद्र कहे जाने वाले मेवाड़ से बड़ी खबर सामने आई है। यहां कांग्रेस नेता गौरव वल्लभ दे पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने खड़गे को अपना इस्तीफा सौंपा है। बता दें कि गौरव क्रिकेट-आर्थिक मामलों के जानकार हैं। जिनके पास पढ़ाई लिखाई की कई डिग्रियां भी हैं। वह कॉलेज की शिक्षा में वो गोल्ड मेडलिस्ट रहे हैं।
इसलिए गौरव वल्लभ ने छोड़ दी कांग्रेस
गौरव वल्लभ ने इसकी जानकारी उन्होंने अपने एक्स हैंडल पर भी दी है। जिस पर उन्होंने लिखा है कि कांग्रेस पार्टी आज जिस प्रकार से दिशाहीन होकर आगे बढ़ रही है उसमें खुद को सहज महसूस नहीं कर पा रहा हूं। और ना सनातनी विरोधी नारे लगा सकता हूं और न ही सुबह-शाम देश के वेल्थ क्रिएटर को गाली दे सकता हूं इसलिए में कांग्रेस पार्टी के सभी पदों और प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देता हूं।
कांग्रेस युवओं को नहीं कर पा रही एडजस्ट
इतना ही नहीं गौरव वल्लभ ने अपने इस्तीफे में संस्कृत के श्लोक धर्मों रक्षति रक्षित : का भी उल्लेख किया है। गौरव ने लिखा है कि पार्टी अपने नए आइडिया के साथ युवाओं को एडजस्ट नहीं कर पा रही है। इतना ही नहीं पार्टी का ग्राउंड कनेक्ट भी टूट चुका है। जिसके चलते अब वह न तो सत्ता में आ रही है और न ही एक मजबूत विपक्ष की भूमिका निभा रही है।
विधानसभा और लोकसभा दोनों चुनाव हारे हैं गौरव वल्लभ
आपको बता दे कि गौरव वल्लभ ने 2023 में उदयपुर सीट से विधानसभा का चुनाव लड़ा था। लेकिन उन्हें यहां भाजपा के ताराचंद जैन के सामने 32 हजार वोटों के बड़े अंतर से हार मिली। इतना ही नहीं उन्हें इसके पहले 2019 में झारखंड की जमशेदपुर से लोकसभा चुनाव में भी हार का सामना करना पड़ा था।
गौरव का एजुकेशन बैकग्राउंड भी लंबा
राजस्थान के जोधपुर जिले में जन्मे गौरव वल्लभ शुरू से कांग्रेस पार्टी से जुड़े रहे हैं । जोधपुर और पाली में जिले में शिक्षा प्राप्त करने के बाद उन्होंने झारखंड के जमशेदपुर में एक कॉलेज में जब भी की । कॉलेज की एजुकेशन में उन्होंने गोल्ड मेडल जीते । वाद विवाद और तर्क शक्ति के आगे उन्होंने अच्छे-अच्छे को पानी पिला दिया। लेकिन जितना अच्छा उनका एजुकेशन बैकग्राउंड रहा उतना ही बुरा राजनीति में उनका करियर रहा। उनकी वॉक पटुता और तर्क शक्ति के कारण कांग्रेस पार्टी ने उन्हें बिना किसी राजनीतिक बैकग्राउंड के ही प्रवक्ता बना दिया था । उन्होंने पहला चुनाव जमशेदपुर से लड़ा, लेकिन वह हार गए । दूसरा चुनाव उन्होंने पिछले साल राजस्थान के उदयपुर जिले से लड़ा, लेकिन यहां भी उनका हर का सामना करना पड़ा।
राजस्थान और छत्तीसगढ़ से गौरव का कनेक्शन
राजस्थान और छत्तीसगढ़ से नाता रखने वाले गौरव वल्लभ का दिल्ली से भी तगड़ा नाता है। कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता होने के कारण अधिकतर समय उन्होंने दिल्ली में ही गुजारा है। पिछले दिनों एक टीवी चैनल में भारतीय जनता पार्टी के संबित पात्रा और गौरव वल्लभ के बीच में एक डिबेट में गौरव की चर्चा हुई थी।
गौरव वल्लभ के पास है इतनी संपत्ति
प्रॉपर्टी की बात की जाए तो साल 2023 उदयपुर में चुनाव लड़ने से पहले उन्होंने जो दस्तावेज पेश किया इन दस्तावेज के अनुसार उनकी प्रॉपर्टी 11 करोड रुपए से भी ज्यादा की रही है । गौरव और उनकी पत्नी के नाम पर जयपुर , जोधपुर, उदयपुर में 8 मकान है। इनमें से एक मकान गुड़गांव में भी है । गौरव की पत्नी के पास आधा किलो से ज्यादा सोना है । पति और पत्नी दोनों के पास अपनी अपनी कार है। इसके अलावा गौरव के बैंक खातों में लाखों रुपए जमा है । उनकी कुल चल और अचल संपत्ति 11 करोड़ 56 लाख ₹60000 के करीब है।