सार
राजस्थान में चल रहे मुख्यमंत्री को लेकर सस्पेंस खत्म हो गया है। पहली बार के चुने गए विधायक भजन लाल शर्मा को नया मुख्यमंत्री राजस्थान में बनाया गया है। वह मूलरूप से भरतपुर जिले से आते हैं और वह अभी बीजेपी में जिला महामंत्री पद पर थे।
जयपुर. भजन लाल शर्मा को मुख्यमंत्री बना कर राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी ने सबको चौंका दिया है । यह वह नाम है जो किसी के भी जहन में नहीं था, लेकिन विधायक दल की बैठक शुरू हुई तो उन्हें विधायक दल का नेता चुना गया । उसके बाद आलाकमान ने जब उनका नाम सामने किया तो एक साथ सभी ने सहमति दी और भजनलाल मुख्यमंत्री चुन लिए गए । कौन जानता था कि विधायकों के फोटोशूट में चौथी लाइन में बैठे हुए एक सामान्य विधायक को भारतीय जनता पार्टी कुछ पल के बाद मुख्यमंत्री बनने वाली है।
13 साल में तीन बार अध्यक्ष बदल...लेकिन भजनलाल नहीं बदले
भजनलाल शर्मा मूल रूप से राजस्थान के भरतपुर जिले से आते हैं । भरतपुर जिले में हुए खेती-बाड़ी से भी जुड़े हुए हैं और पिछले कई सालों से हुए भारतीय जनता पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ता और सदस्य हैं । वह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में भी रहे और उसके बाद पार्टी के प्रदेश प्रबंधन में भी उनका नाम हमेशा चलता रहा। लगातार 13 सालों से वह प्रदेश महासचिव और प्रदेश महामंत्री के पदों पर रहे। सबसे बड़ी बात यह है इन 13 साल में तीन बार अध्यक्ष बदल गए लेकिन उन्हें नहीं बदल गया।
वसुंधरा राजे के भी करीबी हैं भजनलाल
भजनलाल शर्मा पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के भी करीबी माने जाते हैं । बताया जा रहा है जब पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे दिल्ली से आए पर्यवेक्षक राजनाथ सिंह के साथ उनकी गाड़ी में एयरपोर्ट से भारतीय जनता पार्टी के कार्यालय की तरफ आ रही थी , उसी समय वसुंधरा राजे को भजनलाल शर्मा के बारे में बता दिया गया था और यही कारण रहा की पार्टी ने उन्हें विश्वास में लेकर काम किया। जिससे वसुंधरा राजे का कद भी बरकरार रहा और मुख्यमंत्री भी अलग से चुन लिया गया।