world population day 2025 : महंगाई के जमाने में ‘छोटा परिवार सुखी परिवार’ और हम दो हमारे दो…जैसी कहावत सही है। लेकिन राजस्थान का एक परिवार इससे एकदम अलग है। जिसमें 195 लोग एक छत के नीचे रहते हैं। विश्व जनसंख्या दिवस पर जानिए इस फैमिली की कहानी…

World Population Day 2025 : 11 जुलाई यानि आज पूरी दुनिया में विश्व जनसंख्या दिवस मनाया जाता है। जिसका उद्देशय लोगों को जनसंख्या के बारे में सही जागरूक करना होता है। इसी बीच राजस्थान का अजमेर जिला इन दिनों एक अनोखे संयुक्त परिवार के कारण चर्चा में है। इस फैमिली में कोई 10 या 20 नहीं, बल्कि 195 सदस्य एक ही परिवार के हिस्सा हैं, और एक साथ एक ही घर में रहते हैं। सबसे चौंकान वाली बात यह है कि सभी का खर्चा और खाना-पीना एक साथ होता है।

विश्व जनसंख्या दिवस पर एक गहरा

 नसीराबाद के पास रामसर गांव में रहने वाला बागड़ी परिवार अपने 195 सदस्यों के साथ विश्व जनसंख्या दिवस पर एक गहरा संदेश दे रहा है — जनसंख्या समस्या नहीं है, अगर परिवार में एकता, अनुशासन और सहयोग हो। भारत जैसे देश में, जहां बढ़ती जनसंख्या को अक्सर विकास के लिए चुनौती माना जाता है, वहीं अजमेर का यह परिवार यह साबित कर रहा है कि यदि सही सोच, व्यवस्था और परंपरा हो तो बड़ी जनसंख्या भी समाज के लिए बोझ नहीं, बल्कि शक्ति बन सकती है। 

14 बेटे, 18 पोते, 28 पड़पोते और 33 पड़पोतियों के साथ कुल 49 बहुएं

मोहनलाल बागड़ी और उनके पांच भाइयों का यह परिवार अब 195 लोगों तक पहुंच चुका है। छह भाइयों के 14 बेटे, 18 पोते, 28 पड़पोते और 33 पड़पोतियों के साथ कुल 49 बहुएं इस परिवार का हिस्सा हैं। यह सभी अलग-अलग कमरों और मकानों में रहते हैं, लेकिन भोजन एक ही रसोई से बनता है—जहां हर दिन 40 से 50 किलो आटे की रोटियां, 50 किलो सब्जी, और सामूहिक भोजन तैयार होता है।

परिवार की मासिक आय दो करोड़

परिवार की मासिक आय दो करोड़ रुपये से अधिक है, जो मुख्यतः खेती और पशुपालन से आती है। उनके पास 80 भैंसें, 40 गायें, 12 ट्रैक्टर, 2 टैंकर, और कई दोपहिया व चारपहिया वाहन हैं। परिवार में दो सरकारी शिक्षक, दो कंपाउंडर और एक पशु कंपाउंडर भी हैं।

बुरे वक्त में भी एक साथ रहा पूरा परिवार

छोटूलाल बागड़ी, जो परिवार के एक वरिष्ठ सदस्य हैं, कहते हैं, "हमने गरीबी देखी, पर कभी अलग नहीं हुए। एकता, मेहनत और महिलाओं की भागीदारी ने आज हमें इस मुकाम पर पहुंचाया।"

जनसंख्या दिवस पर जब देश भर में संसाधनों पर दबाव

 बेरोजगारी और सीमित संसाधनों की चर्चा होती है, ऐसे में रामसर का यह संयुक्त परिवार बताता है कि 'जनसंख्या नियंत्रण' का हल केवल संख्या घटाना नहीं, बल्कि सोच और संगठन की दिशा सुधारना भी है।

इस फैमिली से मिल चुके हैं कई बॉलीवुड स्टार

आज जब परिवार एक या दो बच्चों तक सिमटते जा रहे हैं और रिश्ते सोशल मीडिया तक, यह संयुक्त परिवार आने वाली पीढ़ियों को यह सिखा रहा है कि बड़ी जनसंख्या अगर सही दिशा में चले तो एक शक्ति बन सकती है। बॉलीवुड अभिनेता विक्की कौशल और सारा अली खान भी इस परिवार से मिल चुके हैं और इसकी तारीफ कर चुके हैं। यह परिवार अब न सिर्फ गांव के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए एक सामाजिक उदाहरण बन गया है।