आगरा के किरावली क्षेत्र के बांगदा खास गांव में 5 साल का मासूम कुएं में गिर गया। 40 फीट गहरे कुएं में बच्चे को निकालने के लिए 18 घंटे से रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। फायर ब्रिगेड और गोताखोर की टीम लगातार बचाव कार्य में जुटी है।
आगरा जिले में झकझोर देने वाली घटना सामने आई है। यहां किरावली थाना क्षेत्र के बांगदा खास गांव में एक 5 साल का बच्चा कुएं में गिर गया, जिसे निकालने के लिए बीते 18 घंटे से रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
कुएं की गहराई करीब 40 फीट बताई जा रही है और उसमें लगभग 20 फीट तक पानी भरा हुआ है। स्थिति यह है कि जितना पानी पंप सेट के जरिए बाहर निकाला जा रहा है, उतनी ही तेजी से नजदीकी खारी नदी का पानी दोबारा कुएं में भर जा रहा है। अब तक बच्चे का कोई सुराग नहीं मिल सका है, जिससे पूरे गांव में दहशत और चिंता का माहौल है।
खेलते-खेलते हुआ हादसा, खेत में गिर गया मासूम
मिली जानकारी के मुताबिक, ग्रामीण नेत्रपाल अपने खेत में आलू की बुवाई कर रहे थे। उनके साथ परिवार के अन्य सदस्य भी मौजूद थे। इसी दौरान उनका 5 वर्षीय बेटा सत्यप्रकाश खेत में खेलते हुए अचानक कुएं में जा गिरा। जब बच्चा नजर नहीं आया, तो परिवार ने उसे आसपास ढूंढना शुरू किया। तभी कुएं के अंदर से बच्चे की चीख सुनाई दी, जिसके बाद लोगों को हादसे का पता चला। तत्काल पुलिस और प्रशासन को सूचना दी गई।
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फायर ब्रिगेड और गोताखोर की टीम मौके पर
घटनास्थल पर पुलिस, फायर ब्रिगेड, पीएसी और गोताखोरों की टीम लगातार बच्चे की तलाश में जुटी है। टीम ने पंप सेट लगाकर कुएं से पानी निकालने की कोशिश की, लेकिन नदी का पानी दोबारा कुएं में भर जाने के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन बेहद चुनौतीपूर्ण बन गया है। अधिकारियों के मुताबिक, अभी भी पानी का स्तर काफी ऊंचा है, जिसके चलते गोताखोरों को नीचे उतरने में मुश्किल हो रही है।
परिवार का रो-रोकर बुरा हाल, गांव में मची दहशत
हादसे के बाद से बच्चे के परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। ग्रामीण लगातार बच्चे की सलामती के लिए प्रार्थना कर रहे हैं। गांव में किसी भी घर का चूल्हा नहीं जला। स्थानीय लोग प्रशासन के साथ मिलकर रेस्क्यू में मदद कर रहे हैं, जबकि आसपास के इलाकों से भी लोग घटना स्थल पर पहुंच रहे हैं।
अधिकारियों ने कहा— हर संभव प्रयास जारी
आगरा प्रशासन ने बताया कि रेस्क्यू टीम हर संभव कोशिश कर रही है। जिला प्रशासन के अनुसार, खारी नदी से आने वाले पानी को रोकने की कोशिश की जा रही है, ताकि कुएं में पानी का स्तर कम हो सके और गोताखोर नीचे उतरकर बच्चे को खोज सकें। स्थानीय प्रशासन ने यह भी बताया कि यदि जरूरी हुआ तो एनडीआरएफ टीम को भी बुलाया जाएगा।
जांच और सुरक्षा को लेकर उठ रहे सवाल
गांव में यह सवाल उठ रहा है कि खुले कुएं के चारों ओर सुरक्षा दीवार या जाली क्यों नहीं लगाई गई, जबकि आसपास छोटे बच्चे रोज खेलते हैं। ग्रामीणों का कहना है कि अगर कुएं की सुरक्षा पहले की गई होती, तो यह हादसा नहीं होता। अब प्रशासन ने क्षेत्र के सभी खुले कुओं की सुरक्षा जांच के आदेश दिए हैं।
आगरा का ‘बांगदा खास’ हादसा बना पूरे प्रदेश की चिंता का विषय
यह घटना अब पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बन गई है। लोग सोशल मीडिया पर #PrayForSatyaprakash जैसे हैशटैग से बच्चे की सलामती की दुआ कर रहे हैं। उधर प्रशासनिक अधिकारी लगातार मौके पर डटे हुए हैं और राहत कार्यों की निगरानी कर रहे हैं।
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