सार
अलीगढ़ पुलिस ने फर्जी विधानसभा सचिवालय का पास लगी 2 कारों को जब्त कर लिया है। इन कारों को पुलिस ने जब्त किया और मामले में आगे की तफ्तीश की जा रही है। इस बीच पास के नंबर की पड़ताल की जा रही है।
अलीगढ़: अलीगढ़ पुलिस ने विधानसभा सचिवालय का फर्जी पास लगी दो कारों को जब्त किया। इन कारों को उस दौरान जब्त किया गया जब एसएसपी कलानिधि नैथानी गश्त पर निकले थे। पुलिस ने एक आरोपित को गिरफ्तार भी किया। युवक ने बताया कि उसने टोल बचाने और नेता बनने के चक्कर में 6 माह पहले इस पास को लगाया था। वहीं दूसरी कार में कोई शख्स नहीं मिला। पुलिस ने क्वार्सी थाने पर केस दर्ज किया और कार के मालिक की तलाश जारी है।
हकीकत जानने निकले एसएसपी को दिखी गाड़ियां
गौरतलब है कि नगर निकाय चुनाव को लेकर शहर में तमाम जगहों पर अभियान चलाया जा रहा है। इस बीच ब्लैक फिल्म, माडिफाइड वाहन, हूटर और संदिग्ध लोगों के खिलाफ एक्शन जारी है। इन तमाम अभियानों की जमीनी हकीकत क्या है इसे जांचने के लिए एसएसपी कलानिधि नैथानी निकले थे। वहां पर उन्हें विधानसभा सचिवालय का स्टीकर लगी गाड़ियां मिली। यह पास सिर्फ विधायक को मिलता है और यह सभी सचिवालय भवनों के लिए मान्य हैं। जांच में पता लगा कि पहली कार यूपी 81 एआर 8895 में रमेश विहार कालोनी स्थित गंगी रेजीडेंसी के रहने वाले रिद्धिम गुप्ता की है। कार उसके पिता के नाम पर दर्ज है।
फर्जी तरीके से तैयार किया गया था पास
बताया गया कि पास फर्जी तरीके से तैयार किया गया था। वहीं दूसरी कार यूपी 16 एक्यू 2942 में कोई भी नहीं मिला। चालान ऐप से पता लगा कि कार धनीपुर निवासी गौरव दयाल की है। फिलहाल पुलिस ने रिद्दिम को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। मामले में पुलिस का कहना है कि यह पास क्रमांक किस विधायक के नाम पर पंजीकृत है इसके लिए विधानसभा को पत्र लिखा गया है। बुधवार को इस मामले में पत्रवाहक भेजा जाएगा। इस बीच पुलिस के द्वारा अपील की जा रही है कि कोई भी इस तरह से फर्जी पास का इस्तेमाल न करें।