अतीक अहमद-अशरफ रविवार शाम को सुपुर्द-ए-खाक कर दिए गए। मसारी-कसारी कब्रिस्तान में दोनों माफिया भाइयों को मिट्टी दी गई। रात करीब साढ़े आठ बजे उनको सुपुर्द-ए-खाक किया गया। दफनाए जाने के दौरान अतीक के खास रिश्तेदार, अतीक के बेटे आदि मौजूद रहे। परिवार की तमाम महिलाएं भी मौके पर थीं। कब्र पर मिट्टी चढ़ाने के बाद फातेहा पढ़ा जाएगा।
- Home
- States
- Uttar Pradesh
- अतीक और अशरफ कसारी-मसारी कब्रिस्तान में हुए सुपुर्द-ए-खाक, असद की कब्र के पास हुए दोनों दफन, दोनों की पत्नियां आखिरी बार चेहरा तक नहीं देख पाईं
अतीक और अशरफ कसारी-मसारी कब्रिस्तान में हुए सुपुर्द-ए-खाक, असद की कब्र के पास हुए दोनों दफन, दोनों की पत्नियां आखिरी बार चेहरा तक नहीं देख पाईं
प्रयागराज: माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की शनिवार की रात काल्विन अस्पताल के पास गोली मारकर हत्या कर दी गई। मेडिकल टेस्ट के लिए ले जाते समय दोनों को गोली मारी गई। हत्या करने के बाद तीनों हत्यारों ने सरेंडर कर दिया था। रविवार को भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच कसारी-मसारी कब्रिस्तान में दोनों भाइयों को सुपुर्द-ए-खाक किया गया।
- FB
- TW
- Linkdin
अतीक अहमद और अशरफ के शव को कुछ ही देर में सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा। अतीक के बेटे, अशरफ की तीन बेटियां उसकी पत्नी सहित अन्य मौके पर पहुंच चुके हैं। अचानक से कब्रिस्तान में पांच महिलाएं भी पहुंची हैं। माना जा रहा है कि इन पांच महिलाओं में एक शाइस्ता भी हैं।
कुछ ही देर में अतीक अहमद और भाई अशरफ को कसारी-मसारी कब्रिस्तान में दफनाया जाएगा। कब्रिस्तान में पांच बुर्का में महिलाएं पहुंची हैं। बताया जा रहा है कि इसमें एक शाहिस्ता परवीन भी शामिल हैं। हालांकि, कुछ लोगों का कहना है कि कब्रिस्तान पहुंचने वाली महिलाएं अशरफ के ससुराल की महिलाएं थीं। आशंका जताई जा रही है कि इन महिलाओं में अशरफ की पत्नी जैनब हो सकती हैं।
अतीक अहमद और अशरफ के शवों का पोस्टमॉर्टम होने के बाद उसे कसारी-मसारी स्थिति कब्रिस्तान लाया गया है। अतीक अहमद के दोनों बेटों को बाल सुधार गृह से यहां लाया गया है। उनके साथ अतीक के बहनोई और दो रिश्तेदार हैं। अशरफ की बेटी और पत्नी जैनब भी यहीं पहुंची है। अतीक के बेटे असद की कब्र के पास ही दोनों को दफनाया जाएगा। कसारी-मसारी स्थित कब्रिस्तान में दोनों शवों को मुस्लिम रीति-रिवाज से दफनाया जाएगा। कब्रिस्तान में किसी को भी एंट्री नहीं दी गई। करीबी रिश्तेदारों को जाने दिया गया।
अतीक-अशरफ की हत्या की जांच के लिए 3 सदस्यीय न्यायिक आयोग का गठन किया गया। हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति अरविंद कुमार त्रिपाठी के नेतृत्व में रिटायर्ड डीजीपी सुबेश कुमार सिंह और रिटायर्ड जिला जज बृजेश कुमार सोनी का आयोग 2 महीने में जांच रिपोर्ट सौंपेगा।
अतीक और अशरफ की हत्या के बाद कानून व्यवस्था पर नजर बनाए रखने के लिए डीजीपी मुख्यालय से 5 आईपीएस अधिकारियों को प्रयागराज भेजा जा रहा है। वहीं डीजीपी आर के विश्वकर्मा प्रेस वार्ता से पहले सीएम के 5 कालिदास आवास पर पहुंचे।
प्रयागराज की घटना को लेकर सीएम योगी ने अधिकारियों के साथ हाईलेवल बैठक की। इस बैठक में डीजीपी के साथ ही प्रमुख सचिव गृह और अन्य अधिकारी भी मौजूद रहें।
अतीक अहमद और अशरफ के शव का पोस्टमार्टम शुरू कर दिया गया है। अतीक के बहनोई और उसके चचेरे भाई को दोनों शव सौंपे जाएंगे। इस बीच प्रयागराज में सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह से चाक चौबंद है।
पुलिस ने अतीक और अशरफ हत्याकांड में एफआईआर दर्ज कर ली है। तीनों आरोपियों के खिलाफ धारा 302 और 307 के तहत केस दर्ज किया गया है। पुलिस हत्यारों से पूछताछ में जुटी हुई है। आरोपियों का कहना है कि उन्होंने प्रदेश में नाम कमाने के लिए इस घटना को अंजाम दिया।
यूपी के डीजीपी आर के विश्वकर्मा रविवार की सुबह सीएम आवास पहुंचे। वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को हत्या के बाद की तमाम अपडेट देंगे। तमाम जिलों में घटना के बाद पुलिस की क्या तैयारी है और प्रयागराज से जुड़े तमाम अपडेट सीएम योगी को दिए जाएंगे।
अतीक और अशरफ के पोस्टमार्टम के दौरान कराई जाएगी वीडियोग्राफी। पोस्टमार्टम के बाद सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा दोनों का शव। दोनों शवों के पोस्टमार्टम में तकरीबन 5 घंटे का लगेगा समय।
अतीक और अशरफ की हत्या किए जाने के बाद प्रदेश के सभी जिलों में धारा 144 लागू कर दी गई है। सूत्र बताते हैं कि अतीक और अशरफ को आज ही दफनाया जाएगा। उन दोनों को कसारी-मसारी कब्रिस्तान में ही दफनाया जाएगा।
प्रयागराज की घटना पर बसपा सुप्रीमो ने ट्वीट कर लिखा कि, गुजरात जेल से अतीक अहमद व बरेली जेल से लाए गए उनके भाई अशरफ की प्रयागराज में कल रात पुलिस हिरासत में ही खुलेआम गोली मारकर हुई हत्या, उमेश पाल जघन्य हत्याकाण्ड की तरह ही, यूपी सरकार की कानून-व्यवस्था व उसकी कार्यप्रणाली पर अनेकों गंभीर प्रश्नचिन्ह खड़े करती है।देश भर में चर्चित इस अति-गंभीर व अति-चिन्तनीय घटना का माननीय सुप्रीम कोर्ट अगर स्वंय ही संज्ञान लेकर उचित कार्रवाई करे तो बेहतर। वैसे भी उत्तर प्रदेश में ’’कानून द्वारा कानून के राज’’ के बजाय, अब इसका एनकांउटर प्रदेश बन जाना कितना उचित? सोचने की बात।
प्रयागराज मामले से जुड़ा अपडेट सीएम योगी को देने के लिए अपर मुख्य सचिव गृह संजय प्रसाद और सीएम के सलाहकार मृत्युंजय कुमार सीएम योगी के आवास पहुंचे है। वह सीएम को घटना से जुड़े तमाम अपडेट देंगे।
माफिया अतीक अहमद की हत्या के बाद उसकी पत्नी शाइस्ता के सरेंडर को लेकर भी चर्चाएं की जा रही हैं। माना जा रहा है कि अतीक और अशरफ की मौत के बाद माफिया अतीक की पत्नी खुद ही सामने आकर सरेंडर करेंगी।
माफिया अतीक अहमद और उसके भाई का अंत फिल्मी अंदाज में हुआ। सांसद और चार बार से विधायक रहे माफिया पर 44 साल पहले पहला केस दर्ज हुआ था। उसके बाद से अभी तक उस पर 100 से अधिक केस दर्ज हुए। हालांकि उसे पहली बार सजा उमेश पाल अपहरण कांड में सुनाई गई थी। उसके बाद से ही अतीक के बुरे दिनों की शुरुआत हुई थी। अतीक ने अपराध के दम पर ही अपनी पहचान बनाई थी।
अतीक अहमद के द्वारा अपराध से मिली पहचान के जरिए ही राजनीति में एंट्री की गई थी। 28 साल पहले जब वह कम उम्र में विधायक बना तो उसकी ताकत और भी दोगुनी हो गई थी। उसके सामने जो भी आया तो वह ज्यादा समय तक टिका नहीं रह चुका।
अतीक और अशरफ की हत्या के बाद मेरठ में उसके करीबियों की नींद भी उड़ी हुई है। वहीं इस बीच संदिग्ध गतिविधियों के मद्देनजर एसटीएफ भी अलर्ट मोड पर है। वहीं भवानी नगर स्थित डॉ. अखलाक के आवास की सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है। वहीं अतीक और उसके करीबियों के परिवार पर पुलिस की पैनी नजर है। वहीं इस बीच एसटीएफ के निशाने पर इस समय गुड्डू मुस्लिम है। शूटर गुड्डू मुस्लिम की तलाश के लिए पुलिस लगातार लगी हुई है। जिस दौरान अतीक को गोली मारी गई उस समय उसकी जुबान पर गुड्डू मुस्लिम का नाम ही था। अतीक मीडिया से गुड्डू मुस्लिम को लेकर बात कर रहा था तभी उसकी कनपटी पर पिस्टल सटाकर गोली मार दी गई।