सार
माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की सरेआम गोली मारकर हत्या की गई। हालांकि अतीक अहमद ने 19 साल पहले ही अपनी मौत को लेकर भविष्यवाणी कर दी थी।
प्रयागराज: 'एनकाउंटर होगा, या पुलिस मारी, या अपनी बिरादरी का सिरफिरा। सड़क के किनारे पड़े मिलब' यह शब्द माफिया अतीक अहमद ने 2004 में लोकसभा चुनाव के दौरान कहे थे। जो लोग अतीक को जानते हैं वह यह भी कहते हैं कि वो(अतीक) दार्शनिक किस्म का इंसान था। उसे बखूबी अपने अंजाम के बारे में जानकारी थी। जो कुछ भी प्रयागराज में 15 अप्रैल 2023 की रात को हुआ उसका ऐलान अतीक ने सालों पहले ही कर दिया था। शनिवार को माफिया अतीक का यही डर सच साबित हो गया।
लोगों के सामने खुलकर रखी थी अपनी बात
अतीक ने जब सांसद पद के लिए प्रयागराज के फूलपुर से चुनाव लड़ा था तो वह अपने लोगों के बीच में काफी खुलकर बात करता था। इसी दौरान उसने कहा था कि 'मुठभेड़ होगी या पुलिस मारेगी या कोई अपनी ही बिरादरी का सिरफिरा। और सड़क के किनारे पड़े मिलब।' शनिवार को यह सालों पहले कही गई बात सच साबित हो गई। जिस दौरान अतीक ने यह बात कही थी उस समय उसका दौर चल रहा था। अतीक ने फूलपुर से चुनाव लड़ा और जीत भी हासिल की। हालांकि उसकी पहचान तब भी खूंखार लोगों के तौर पर होती थी। उसने इलाहाबाद पश्चिम सीट से पांच बार चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। वह स्थानीय पत्रकारों से भी अनौपचारिक बैठकों के दौरान खुलकर बातें किया करता था। अतीक हमेशा दार्शनिक अंदाज में कहता था कि सबको पता है अंजाम क्या होना है। कब तक टाला जा सकता है। ये सब (चुनाव लड़ना) इसकी ही जद्दोजहद है।
कसारी-मसारी कब्रिस्तान में सुपुर्द ए खाक किया जाएगा शव
एक बार जब अतीक से कहा गया कि वह जिस फूलपुर संसदीय सीट से चुनाव लड़ रहा है वहां का प्रतिनिधित्व कभी भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू किया करते थे। तो उसका जवाब था कि पंडित जी की तरह हम भी जेल में रहे हैं। वह किताब लिखे हैं और हमें हिस्ट्रीशीट की वजह से जेल जाना पड़ा था। आपको बता दें कि अतीक और अशरफ की हत्या के बाद दोनों के शवों को कसारी-मसारी कब्रिस्तान में सुपुर्द ए खाक किया जाएगा।