सार
जौनपुर | एआई इंजीनियर अतुल सुभाष की आत्महत्या का मामला हर तरफ सुर्खियां बटोर रहा है। मरने से पहले बनाए गए एक घंटे के वीडियो में अतुल ने पत्नी निकिता, उसके परिवार और अन्य लोगों को अपनी मौत का जिम्मेदार ठहराया। इस वीडियो के वायरल होने के बाद, जब स्थानीय मीडिया ने जौनपुर में निकिता के घर संपर्क किया, तो परिवार ने किसी भी तरह की प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया।
मीडिया को रोका, कैमरे से परहेज
रिपोर्ट्स के अनुसार, निकिता के परिवारवालों ने न केवल कैमरे पर बोलने से मना किया, बल्कि मीडिया को फोटो और वीडियो बनाने से भी रोक दिया। जब मीडिया उनके घर पहुंची, तो परिवार के सदस्यों ने कहा, “यहां से चले जाइए, हम इस पर कोई टिप्पणी नहीं करेंगे।”
क्या है मामला?
अतुल सुभाष ने पत्नी और ससुराल वालों की प्रताड़ना से तंग आकर आत्महत्या की। उन्होंने अपने वीडियो में बताया कि उनकी पत्नी निकिता ने उनके खिलाफ दहेज उत्पीड़न, घरेलू हिंसा और हत्या के प्रयास जैसे 9 मामले दर्ज कराए थे। अतुल ने इन मुकदमों की सुनवाई के दौरान जौनपुर फैमिली कोर्ट में रिश्वत मांगने का भी आरोप लगाया।
अतुल का दर्द: "न्याय नहीं मिला"
अतुल ने अपनी जान देने से पहले कहा कि वह बेंगलुरु से जौनपुर 120 बार पेशी के लिए आए थे, लेकिन उन्हें हर बार निराशा ही मिली। उन्होंने न्यायिक प्रक्रिया और झूठे आरोपों के कारण मानसिक तनाव का सामना करने की बात कही। वीडियो वायरल होने के बाद यह मामला सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया है। लोग सवाल उठा रहे हैं कि झूठे मुकदमों में फंसाए जाने और पुरुषों के अधिकारों की अनदेखी पर कार्रवाई कब होगी।
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