Ram Mandir Dhwajarohan 2025 : अयोध्या के राम मंदिर की शिखर पर आज पीएम नरेंद्र मोदी धर्म ध्वजा फहराने वाले हैं। इस ध्वजा को इस तरह बनाया गया है कि इस पर ना तो तेज बारिश ना ही तेज धूप और ना ही भयानक तूफान का इस पर कोई असर होगा।
Ayodhya Ram Mandir Flag Hoisting : अयोध्या ही नहीं देश दुनिया भर के करोड़ों राम भक्तों के लिए आज ऐतिहासिक दिन है। क्योंकि पीएम मोदी मंदिर के शिखर पर भगवा झंडा फहराने जा रहे हैं। यह झंडा फहराना मतलब है कि अब मंदिर निर्माण के पूर्ण हो चुका है। इस ध्वजा को देखने के लिए दूर दूर से राम भक्त एक दिन पहले ही अयोध्या पहुंच चुके हैं। तो आइए जानते हैं किसने यह ध्वजा बनया और इसकी क्या खासियत है...
भयानक तूफान में सुरक्षित रहेगा ध्वजा
राममंदिर के शिखर पर जो ध्वजा फहराए जाएगा उसे गुजरात के 6 कलाकारों ने 25 दिन में बनाया है। इसके दंड पर 21 किलो सोना मढ़ा गया है। ध्वजा इतना विशाल है कि यह 4 किमी दूर से दिखाई देगा। धर्मध्वजा भयानक तूफान में भी सुरक्षित रहेगी और हवा बदलने पर बिना उलझे पलट जाएगी। यानि ऐसे तैयार किया गया है कि तेज धूप पड़े या फिर तेज बारिश हो, ये झंडा हर तरह के मौसम को आसानी से झेल सकता है। क्योंकि इसमें एविएशन-ग्रेड पैराशूट नायलॉन और रेशम मौजूद हैं।
राम मंदिर की ध्वजा के रंग और चिन्हों का विशेष महत्व
राम मंदिर की शिखर पर लगने वाला यह झंडा न सिर्फ मंदिर की शोभा बढ़ाएगा, बल्कि राम राज्य के आदर्शों-गरिमा, एकता और सांस्कृतिक निरंतरता का संदेश भी देगा। जिसके रंग से लेकर उस पर बने चिन्हों का अलग अलग धार्मिक महत्व है। राम मंदिर पर लगने वाला ये ध्वज गरिमा, एकता और सांस्कृतिक निरंतरता का संदेश देता है. इसे रामराज्य के आदर्शों का प्रतीक माना जाता है।
22 फुट लंबा और 11 फुट चौड़ा है राम मंदिर का ध्वज
राम मंदिर की शिखर पर लग रहे इस ध्वजा की कुल ऊंचाई 191 फुट है। इसमें 161 फुट मंदिर के मुख्य शिखर की ऊंचाई शामिल है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ध्वज 22 फुट लंबा और 11 फुट चौड़ा है और इसका वजन 2 से 3 किलोग्राम के बीच है। बता दें कि ध्वज के एक दीप्तिमान सूर्य की तस्वीर है जो भगवान राम के तेज और वीरता का प्रतीक है। ध्वज के ऊपर 'ॐ' अंकित है और कोविदार वृक्ष की तस्वीर भी है।


