सार
अयोध्या में राम मंदिर के फर्स्ट फ्लोर का काम 50% पूरा हो चुका है। इस बीच 'भारत' का नया स्मृति चिह्न सबसे पहले राम मंदिर को समर्पित किया गया है। इसे अयोध्या लाया जा चुका है।
अयोध्या. अगस्त, 2020 में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में राम मंदिर की नींव रखी थी, तब से मंदिर का निर्माण कार्य तेज गति से चल रहा है। राम मंदिर के फर्स्ट फ्लोर का काम 50% पूरा हो चुका है। इस बीच 'भारत' का नया स्मृति चिह्न सबसे पहले राम मंदिर को समर्पित किया गया है। इसे अयोध्या लाया जा चुका है।
दिसंबर तक गर्भगृह बनकर हो जाएगा तैयार
राम मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेन्द्र मिश्रा के मुताबिक कोरोना काल में कुछ अड़चनें आईं, इसके बावजूद राम मंदिर कंस्ट्रक्शन कमेटी को पूरा भरोसा है कि दिसंबर, 2023 तक गर्भगृह बनकर तैयार हो जाएगा और जनवरी, 2024 से श्रद्धालु रामलला के दर्शन कर सकेंगे। मंदिर तीन फ्लोर का बन रहा है। यानी ग्राउंड फ्लोर बनकर तैयार है। अब सिर्फ यहां फिनिशिंग का काम चल रहा है। खंभों पर मूर्तियां उकेरी जा रही हैं। मंदिर की नींव 12 मीटर गहरी है और उसके ऊपर 2 मीटर रॉफ्ट हैं। इसके बाद ग्रेनाइट के प्लिंथ की ऊंचाई लगभग 2.5 मीटर है।
राम मंदिर को समर्पित हुआ भारत का स्मृति चिह्न
इस बीच 'भारत' का नया स्मृति चिह्न राम मंदिर को समर्पित किया गया है। यह अयोध्या पहुंच चुका है। इसे राजस्थानी पत्थर पर उकेरा गया है। यह इस समय कारसेवकपुरम में रखा गया है। इसके ऊपर 'हमारा देश, हमारा नाम' और नीचे 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' लिखा हुआ है।
कब होगा राममंदिर का भव्य उद्घाटन?
मान जा रहा है कि अयोध्या के राम मंदिर का भव्य उद्घाटन 22 जनवरी, 2024 को पीएम मोदी के हाथों होगा। इस मौके पर 10 हजार से अधिक अतिथि और 2 लाख से अधिक रामभक्त मौजूद रहेंगे। इस बीच श्रीरामजन्मभूमि की सिक्योरिटी के लिए विशेष सुरक्षा बल(SSF) की तीन कंपनियां अयोध्या पहुंच चुकी हैं। इनमें 280 जवान शामिल हैं। तीन टुकड़ियां और मिलेंगी।
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