बागपत की बड़ी मस्जिद में मौलवी की पत्नी और दो बेटियों की हत्या से सनसनी। पुलिस ने 6 घंटे में नाबालिग आरोपियों को गिरफ्तार किया। धार्मिक स्थल में ऐसी घटना से क्षेत्र में दहशत, सुरक्षा पर गंभीर सवाल।

बागपत जिले के गांगनौली कस्बे में शनिवार को हुई तीन हत्याओं की घटना ने पूरी तरह सनसनी फैला दी। बड़ी मस्जिद के भीतर इमाम की पत्नी और दो मासूम बेटियों की हत्या ने क्षेत्रवासियों को झकझोर कर रख दिया है, वहीं पुलिस की त्वरित कार्रवाई ने केस को 6 घंटे में सुलझाने का दावा किया है।

मस्जिद में मासूमों की हत्या: घटना की पूरी कहानी

शनिवार को अफगानिस्तान के विदेश मंत्री के देवबंद दौरे के चलते बड़ी मस्जिद के इमाम इब्राहिम देवबंद गए हुए थे। इसी दौरान, उनकी पत्नी इसराना, 5 साल की बेटी सोफिया और 2 साल की बेटी सुमैया मस्जिद के कमरे में सो रही थीं। इसी समय दो मदरसा छात्र चोरी-छिपे कमरे में घुसे और हथौड़े से सिर कुचलने के बाद चाकू से हमला कर तीनों की जान ले ली।

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नाबालिग छात्रों का खूनी प्लान: पिटाई का बदला

पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि दोनों आरोपी मदरसा के छात्र हैं और नाबालिग हैं। इमाम द्वारा हाल ही में क्लास में पिटाई किए जाने से दोनों बुरी तरह नाराज थे। इसी वजह से उन्होंने बदला लेने और अपना गुस्सा निकालने के लिए इस हत्याकांड को अंजाम देने की साजिश रची थी। जैसे ही उन्हें पता चला कि इमाम देवबंद जा रहे हैं, उन्होंने मौके का फायदा उठाया और हत्या को अंजाम दिया।

छह घंटे में पुलिस कार्रवाई: दोनों आरोपी गिरफ्तार

घटना की जानकारी मिलते ही जिला पुलिस अलर्ट हो गई। बागपत एसपी सूरज कुमार राय खुद घटनास्थल पर पहुंचे। सांप्रदायिक तनाव की आशंका को नियंत्रित करते हुए पूरे मामले की गंभीरता से जांच की गई। जांच के दौरान केवल 6 घंटे में दोनों नाबालिग आरोपियों की पहचान कर उन्हें हिरासत में ले लिया गया। अब उन्हें जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड के समक्ष पेश किया जाएगा।

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धार्मिक स्थल में वारदात: सुरक्षा पर सवाल

मस्जिद परिसर जैसी पवित्र जगह पर ऐसी जघन्य वारदात से क्षेत्र में भय का माहौल है। पुलिस अब मदरसों और धार्मिक संस्थानों में बच्चों की सुरक्षा और अनुशासन संबंधित व्यवस्था को फिर से मजबूत करने की योजना बना रही है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न दोहराई जा सकें।

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