CM Yogi on Chhath Parv Lucknow: छठ पर्व पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि गोमती नदी को पूरी तरह निर्मल और छठ पूजा के योग्य बनाया जाएगा। सरकार ने घाटों की सफाई और जल संरक्षण को लेकर विशेष अभियान शुरू किया है। 

Yogi Adityanath Chhath Puja 2025: लखनऊ में इस बार छठ पूजा का माहौल बेहद भव्य रहा। गोमती तट के किनारे लक्ष्मण मेला मैदान पर हजारों श्रद्धालु पहुंचे, जहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद छठ घाट पहुंचकर अर्घ्य देने वालों का उत्साह बढ़ाया। सीएम योगी ने भोजपुरी गीतों के बीच जब मंच से कहा, 'छठ मईया के कृपा सबके ऊपर बनल रहे', तो पूरा घाट जयकारों से गूंज उठा। मुख्यमंत्री ने कहा कि छठ लोक आस्था का महापर्व है, जो आध्यात्मिक उन्नति के साथ-साथ सामाजिक एकता और प्रकृति के प्रति कृतज्ञता का संदेश देता है। उन्होंने कहा कि यह पर्व न सिर्फ आत्मशुद्धि का माध्यम है, बल्कि यह हमें हमारी प्राचीन भारतीय विरासत और परिवारिक मूल्यों की याद दिलाता है।

सीएम योगी ने छठ गीतों का आनंद लिया, भोजपुरी में संबोधन

कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने छठ गीतों का आनंद लिया और 'भोजपुरिया सनेश स्मारिका'का विमोचन किया। उन्होंने भोजपुरी भाषा में श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा,'छठ मईया के कृपा सबके ऊपर बनल रहे सभन लोगन के परिवार मे शुख समृद्धि और खुशहाली रहे, एकरे खातिन हम छठी माई से आशीर्वाद मांगत आनी, जितना लोग व्रत बाटें उहें खातिर हम छठी माई से आशीर्वाद मांगत बानी की सबके भगवती उनके सपने के पूरा करें।' उनकी यह बात सुनते ही घाट पर मौजूद श्रद्धालु झूम उठे। पूरा माहौल भक्तिमय हो गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि छठ महापर्व विश्वभर में बसे भोजपुरी समाज को जोड़ता है और यह भारत की संस्कृति और श्रद्धा की आत्मा का प्रतीक है।

छठ लोकमंगल और पारिवारिक समृद्धि का पर्व

सीएम योगी ने कहा कि छठ पर्व परिवार की सुख-समृद्धि और लोकमंगल की भावना से जुड़ा है। उन्होंने कहा, 'चार दिनों की यह तपस्या हमारे समाज की शक्ति और माताओं-बहनों की दृढ़ निष्ठा का उदाहरण है।'मुख्यमंत्री ने बताया कि पौराणिक काल से चली आ रही यह परंपरा अब पूरे भारत में फैल चुकी है। पूर्वी उत्तर प्रदेश से लेकर पश्चिमी इलाकों तक, हर शहर में लाखों लोग छठ की भक्ति में लीन हैं। उन्होंने कहा कि आज नोएडा और गाजियाबाद जैसे शहरों में 50 हजार से 1 लाख श्रद्धालु छठ मना रहे हैं। यह दिखाता है कि यह पर्व सिर्फ धार्मिक नहीं, बल्कि सामाजिक एकजुटता का प्रतीक बन चुका है।

छठ दिलों को जोड़ने वाला पर्व-मुख्यमंत्री

सीएम योगी ने कहा कि छठ न केवल एक धार्मिक परंपरा है, बल्कि यह सामाजिक एकता, पर्यावरण संरक्षण और आत्मशुद्धि का महोत्सव है। यह पर्व हमें सिखाता है कि जब हम प्रकृति का सम्मान करते हैं, तो ईश्वर की कृपा और जीवन की शुद्धता दोनों मिलती हैं।

गोमती नदी पर योगी की बड़ी घोषणा

सीएम योगी ने कहा कि छठ पूजा के दौरान गोमती की स्वच्छता बेहद अहम है। उन्होंने कहा, टलखनऊ का कोई ड्रेनेज या सीवर अब गोमती में नहीं गिरेगा। पीलीभीत से गाजीपुर तक गोमती निर्मल और अविरल बहेगी।' मुख्यमंत्री ने बताया कि पिछले दो सालों में गोमती में जल स्तर और बदबू को लेकर शिकायतें आई थीं। लेकिन इस बार प्रशासन, सिंचाई विभाग, नगर निगम और स्वयंसेवी संगठनों की मदद से नदी की स्थिति में सुधार हुआ है। उन्होंने कहा, 'अगर अर्घ्य का जल साफ न हो, तो भगवान कैसे स्वीकार करेंगे? इसलिए नदी को भी मंदिर की तरह पवित्र रखना जरूरी है।' सीएम योगी ने कहा कि आने वाले डेढ़ साल में गोमती पूरी तरह साफ और अविरल होगी। उन्होंने श्रद्धालुओं से अपील की कि छठ पूजा के बाद सभी स्वच्छता अभियान में हिस्सा लें और इसे अपनी आस्था का हिस्सा बनाएं।

स्वच्छता सिर्फ प्रशासन नहीं हर नागरिक का कर्तव्य-सीएम

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोई भी देश तब तक विकसित नहीं हो सकता, जब तक उसके नागरिक अपने राष्ट्रीय कर्तव्य को नहीं समझते। उन्होंने कहा, 'स्वच्छ भारत अभियान सिर्फ सरकार का नहीं, बल्कि हर नागरिक की जिम्मेदारी है।'उन्होंने लोगों से सिंगल यूज प्लास्टिक और पॉलीथिन से बचने की अपील की और कहा कि अगर हर व्यक्ति यह संकल्प ले कि वह गंदगी नदी-नालों में नहीं फेंकेगा,तो आधी समस्या वहीं खत्म हो जाएगी। सीएम योगी ने कहा कि यह प्रयास विकसित भारत और आत्मनिर्भर भारत के विजन को साकार करेगा।

अखिल भारतीय भोजपुरी समाज की तारीफ

सीएम योगी ने अखिल भारतीय भोजपुरी समाज के पदाधिकारियों की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने कठिन परिस्थितियों में भी इस आयोजन को भव्य और अनुशासित बनाया।उन्होंने कहा कि छठ पर्व को घरों से लेकर नदी तट तक सम्मान और परंपरा के साथ मनाने में भोजपुरी समाज का बड़ा योगदान है।कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, महापौर सुषमा खर्कवाल, अखिल भारतीय भोजपुरी समाज के अध्यक्ष प्रभुनाथ राय, मॉरिशस के पूर्व सचिव सुरेश रामबरन और कई जनप्रतिनिधि-अधिकारी मौजूद रहे।

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