मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जीरो टॉलरेंस नीति के तहत यूपी सरकार ने अवैध शराब पर बड़ी कार्रवाई की। अगस्त 2025 में 10,503 केस दर्ज, 2.69 लाख लीटर शराब जब्त, 1,995 गिरफ्तार और 351 जेल भेजे गए। राजस्व में 15.64% की बढ़ोतरी दर्ज हुई।
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जीरो टॉलरेंस नीति के तहत प्रदेश सरकार ने अवैध शराब कारोबारियों पर सख्त कार्रवाई तेज कर दी है।
1 से 31 अगस्त 2025 के बीच प्रदेश में 10,503 अभियोग दर्ज किए गए, लगभग 2.69 लाख लीटर अवैध शराब जब्त की गई। 1,995 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया और 351 लोगों को जेल भेजा गया। अवैध शराब की तस्करी में इस्तेमाल हुए 23 वाहन जब्त किए गए।
प्रदेशव्यापी अभियान और नतीजे
आबकारी एवं मद्यनिषेध राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नितिन अग्रवाल ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्रदेशभर में अभियान चलाया जा रहा है।
- 28 अगस्त से 6 सितंबर तक 10 दिवसीय विशेष प्रवर्तन अभियान चल रहा है।
- 31 अगस्त तक ही 1,587 अभियोग दर्ज किए गए।
- लगभग 38,099 लीटर अवैध शराब जब्त की गई।
- 340 लोगों को गिरफ्तार और 83 लोगों को जेल भेजा गया।
- इस अवधि में अवैध शराब की ढुलाई करने वाले 3 वाहन भी जब्त किए गए।
आबकारी राजस्व में हुई रिकॉर्ड वृद्धि
मंत्री नितिन अग्रवाल ने बताया कि इस सख्ती और निगरानी का असर अब राजस्व पर भी दिख रहा है।
- फाइनेंशियल ईयर 2025-26 में अगस्त तक राज्य को 22,337.62 करोड़ रुपये का एक्साइज रेवेन्यू मिला है।
- यह पिछले साल की तुलना में 15.64% यानी 3,021.41 करोड़ रुपये अधिक है।
- सिर्फ अगस्त महीने में ही 3,754.43 करोड़ रुपये का राजस्व मिला।
अवैध कारोबारियों पर शिकंजा
अग्रवाल ने कहा कि प्रदेश सरकार की कड़ी कार्रवाई और निरंतर निगरानी के कारण अवैध शराब माफिया पर शिकंजा कसता जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जीरो टॉलरेंस नीति ही इस सफलता की मुख्य वजह है। विभागीय स्तर पर चलाए जा रहे प्रवर्तन अभियानों ने इस मिशन को और गति दी है।
