गोरखपुर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनता दर्शन में 200 लोगों की समस्याएं सुनीं। अफसरों को निर्देश दिए कि हर पात्र व्यक्ति को योजनाओं का लाभ मिले और अपराधियों पर सख्त कार्रवाई की जाए।

गोरखपुर, 1 नवंबर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार जनता की समस्याओं के समाधान के लिए पूरी तरह संकल्पबद्ध है। किसी के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा और प्रत्येक पात्र व्यक्ति को सरकारी योजनाओं का लाभ मिलना सुनिश्चित किया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे जनसुनवाई में आने वाली हर शिकायत का शीघ्र, पारदर्शी और संतोषजनक निस्तारण करें।

गोरखनाथ मंदिर में आयोजित हुआ जनता दर्शन

प्रतिकूल मौसम के कारण इस बार जनता दर्शन का आयोजन गोरखनाथ मंदिर परिसर स्थित महंत दिग्विजयनाथ स्मृति भवन सभागार में किया गया। सुबह से ही बड़ी संख्या में लोग अपनी समस्याओं के समाधान के लिए वहां पहुंचे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद सभागार में मौजूद लगभग 200 लोगों की समस्याएं सुनीं। विशेष रूप से महिलाओं की संख्या इस बार अधिक रही। मुख्यमंत्री ने प्रत्येक व्यक्ति की बात ध्यानपूर्वक सुनी और अफसरों को निर्देश दिया कि किसी भी पीड़ित को न्याय मिलने में देरी न हो।

यह भी पढ़ें: काशी में उपराष्ट्रपति राधाकृष्णन ने किया 60 करोड़ की धर्मशाला का उद्घाटन, कहा- 'धर्म सदा विजयी होता है'

अपराध और अवैध कब्जे पर सख्त निर्देश

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को साफ शब्दों में कहा कि जमीन कब्जाने वालों पर कठोर कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि शासन की प्राथमिकता है कि कोई भी गरीब या जरूरतमंद व्यक्ति अन्याय का शिकार न हो। अपराध संबंधी शिकायतों पर सीएम ने पुलिस अधिकारियों को अपराधियों के खिलाफ तत्काल और सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए।

बीमारों के इलाज के लिए मिले भरोसे

जनता दर्शन में इस बार भी कई लोग गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए आर्थिक मदद की गुहार लेकर पहुंचे। इस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि “धन के अभाव में किसी का इलाज नहीं रुकेगा।” उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जरूरतमंदों के लिए तुरंत चिकित्सा का इस्टीमेट बनवाकर शासन को भेजा जाए ताकि सरकार तत्काल आर्थिक सहायता उपलब्ध करा सके।

सरकार जनता के साथ खड़ी है

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का हर प्रयास जनता की सेवा और न्याय के लिए है। अफसरों को संवेदनशीलता के साथ कार्य करना चाहिए ताकि कोई भी व्यक्ति खुद को असहाय महसूस न करे। उन्होंने यह भी कहा कि शासन और प्रशासन का दायित्व है कि वह हर पात्र व्यक्ति को सरकारी योजनाओं का लाभ बिना किसी भेदभाव के दिलाए।

यह भी पढ़ें: UP: 20 फीट पानी, 18 घंटे की मशक्कत… क्या कुएं से जिंदा निकलेगा मासूम सत्यप्रकाश?