मिशन शक्ति ने यूपी की महिलाओं को सुरक्षा, सम्मान और आत्मनिर्भरता दी है। योगी सरकार की नीतियों से महिला सुरक्षा मजबूत हुई, आर्थिक अवसर बढ़े और श्रम भागीदारी 36% तक पहुंची। बीसी सखी, ओडीओपी और SHG ने ग्रामीण महिलाओं को नई पहचान दी है।

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए काम कर रहे हैं। मिशन शक्ति उत्तर प्रदेश की महिलाओं के लिए एक वरदान साबित हो रहा है। इस अभियान से महिलाओं के जीवन में सकारात्मक बदलाव आए हैं। आज महिलाएं राज्य के आर्थिक विकास, सामाजिक स्थिरता और सामुदायिक नेतृत्व की मजबूत भूमिका में नजर आ रही हैं।

महिलाओं को सुरक्षा, सम्मान और आत्मनिर्भरता

मिशन शक्ति महिलाओं को सुरक्षा, आत्मसम्मान और आत्मनिर्भरता प्रदान कर रहा है। सरकारी नीतियां महिलाओं को आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ने और अपने भविष्य को स्वयं संवारने में सक्षम बना रही हैं। इस अभियान से महिलाएं अपराधों के प्रति जागरूक हुई हैं और उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ भी मिल रहा है।

महिला सुरक्षा में बड़ा बदलाव

उत्तर प्रदेश में 2017 से पहले महिला सुरक्षा एक बड़ी चुनौती थी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति लागू की। इसका परिणाम यह हुआ कि प्रदेश में कानून का राज स्थापित हुआ और गुंडे-माफिया राज्य से बाहर हुए।

2020 में मिशन शक्ति शुरू होने के बाद महिलाओं की सुरक्षा, गरिमा और अधिकारों को नई ताकत मिली। बेहतर पुलिसिंग, विशेष हेल्पलाइन और त्वरित कार्रवाई की व्यवस्था ने शहरों से लेकर दूर-दराज ग्रामीण क्षेत्रों तक महिलाओं में सुरक्षा की भावना को मजबूत किया है। यह मजबूत सुरक्षा आधार अब उनकी नई आकांक्षाओं- शिक्षा, उद्यमिता और नेतृत्व का सहारा बन रहा है।

आर्थिक सशक्तिकरण में मिशन शक्ति की भूमिका

योगी सरकार के सुशासन और सुरक्षित माहौल ने आर्थिक रूप से भी महिलाओं को मजबूत किया है। महिला स्वयं सहायता समूहों की आय कई गुना बढ़ी है, जो आर्थिक गतिविधियों में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी का प्रमाण है। पहले छोटे स्तर पर काम करने वाले ये समूह अब मजबूत वित्तीय इकाइयां बनकर ग्रामीण अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं।

ग्रामीण महिलाओं को मिला बड़ा लाभ

मिशन शक्ति ग्रामीण महिलाओं के लिए विशेष रूप से लाभकारी साबित हुआ है। महिलाओं को रोजगार देने के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। बीसी सखी योजना ने हजारों महिलाओं को सम्मानजनक रोजगार दिया है। ये बीसी सखियां घर-घर जाकर बैंकिंग सेवाएं उपलब्ध करा रही हैं, जिससे ग्रामीण परिवारों को समय पर लेन-देन, सरकारी योजनाओं के लाभ और वित्तीय साक्षरता की सुविधा मिल रही है। वे अब अपने समुदाय में प्रेरणा स्रोत बन गई हैं।

श्रम क्षेत्र में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी

योगी सरकार की नीतियों के कारण राज्य में महिलाओं की श्रम भागीदारी दर 2017 के 14% से बढ़कर 2023-24 में 36% हो गई है। WEE (Women Economic Empowerment) इंडेक्स रिपोर्ट भी यह दर्शाती है कि महिलाएं पहले की तुलना में अब बेहतर और सुरक्षित माहौल में काम कर रही हैं।

ODOP योजना से बढ़ा महिलाओं का स्वावलंबन

योगी सरकार की ओडीओपी (One District One Product) योजना ने महिलाओं को व्यापक रोजगार अवसर प्रदान किए हैं। हस्तशिल्प, हैंडलूम, फूड प्रोसेसिंग और पारंपरिक कलाओं को राष्ट्रीय व वैश्विक बाजार से जोड़ने के प्रयासों से महिला कारीगरों और उद्यमियों को बेहतर ब्रांडिंग, नए बाजार और अधिक आय के अवसर मिले हैं। चाहे चिकनकारी हो या मिट्टी कला—हर कौशल को आधुनिक मंच मिल रहा है।

महिलाओं के लिए सशक्तिकरण का नया अध्याय

मिशन शक्ति ने महिलाओं के सशक्तिकरण का एक नया अध्याय लिखा है। महिलाएं अब आश्रित नहीं, बल्कि निर्णायक बनकर उभर रही हैं। वे परिवर्तन की अगुवाई कर रही हैं और समाज में नेतृत्व की भूमिका निभा रही हैं।

योगी सरकार का सशक्तिकरण मॉडल केवल कल्याण नहीं, बल्कि दीर्घकालिक क्षमता निर्माण, सुरक्षा और आर्थिक भागीदारी पर आधारित है। प्रभावी शासन और समावेशी नीतियों के कारण उत्तर प्रदेश की महिलाएं तेजी से आगे बढ़ रही हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का नेतृत्व इस परिवर्तन का आधार बना हुआ है।