सार
यूपी के चित्रकूट जेल में माफिया मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी को तमाम तरह की सुविधाएं दी जा रही थीं। जेल की सुरक्षा में सेंध लगाने और लापरवाही बरतने के कारण 8 जेलकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है।
चित्रकूट: माफिया मुख्तार अंसारी को बीते दिनों तीन अलग-अलग मामलों में सजा सुनाई गई थी। जिसके बाद चित्रकूट जेल में खौफनाक साजिश का तानाबाना बुना जा रहा था। बता दें कि मुख्तार का विधायक बेटा अब्बास अंसारी चित्रकूट जेल में बंद है। वहीं उसे जेल में मिल रही सुविधाओं की हाल ही में पोल खुली है। चित्रकूट जेल की सुरक्षा में सेंध लगाने और लापरवाही बरतने के मामले में 8 जेल कर्मियों को निलंबित किया गया है। जिसमें वार्डर जगमोहन सिंह की भूमिका को सबसे ज्यादा संदिग्ध माना जा रहा है। वहीं जब वर्ष 2018 में बागपत जेल में मुन्ना बजरंगी की हत्या हुई थी। उस दौरान जगमोहन बागपत जेल में तैनात था।
जल्द ही अब्बास अंसारी की बदली जाएगी जेल
प्राप्त जानकारी के अनुसार, जगमोहन मुख्तार गैंग का काफी करीबी माना जा रहा है। साथ ही अब जगमोहन की बर्खास्तगी की तैयारी है। चित्रकूट में अब्बास अंसारी समेत अन्य के खिलाफ दर्ज कराई गई FIR में जगमोहन भी नामजद आरोपित है। बता दें कि डीआईजी जेल और प्रयागराज के शैलेन्द्र मैत्रेय की विस्तृत रिपोर्ट में जेल के अंदर चल रही साजिश की सारी परतें खुलेंगी। कारागार मुख्यालय द्वारा अब्बास अंसारी की जेल बदले जाने और जेल वार्डर जगमोहन को बर्खास्त किए जाने का प्रस्ताव शासन के पास भेजा गया है। जल्द ही अब्बास अंसारी को किसी उच्च सुरक्षा वाली जेल में भेजा जाएगा। ताकि उसे कड़ी निगरानी में रखा जा सके।
8 लोगों को किया गया सस्पेंड
बता दें कि DIG जेल शैलेन्द्र मैत्रेय अब जेल के सीसीटीवी कैमरों की रिकॉर्डिंग जांचने के साथ ही यह भी देखेंगे कि अब्बास को कब से सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही थीं। इसके अलावा उसने किन-किन लोगों से फोन पर संपर्क किया है। इस जांच में कई दोषी जेल अधिकारियों की पोल खुल सकती है। साथ ही उनको बर्खास्त भी किया जा सकता है। हालांकि वरिष्ठ जेल अधिकारियों ने बताया कि मामले की विस्तृत रिपोर्ट आने के बाद ही कई तथ्य साफतौर पर सामने आएंगे। वहीं प्रारंभिक रिपोर्ट के आधार पर चित्रकूट जिला जेल के अधीक्षक अशोक सागर, जेलर संतोष कुमार, डिप्टी जेलर पीयूष पांडेय, हेड जेल वार्डर मुलायम सिंह, जगदीश प्रसाद व जेल वार्डर जगमोहन सिंह, सत्येंद्र कुमार व अभय प्रताप सिंह को सस्पेंड किया गया है।