बच्चों की जान बेचकर खड़े किए महल! नकली कफ सिरप माफिया की करोड़ों की दुनिया
नकली कफ सिरप बेचकर करोड़ों कमाने वाले माफिया का पर्दाफाश। यूपी से बिहार-झारखंड तक फैले नेटवर्क पर ED की रेड, बच्चों की जान से खिलवाड़ कर बनाई गई आलीशान हवेलियां सामने आईं। जांच में कई बड़े नाम उजागर।

नकली कफ सिरप माफिया की करोड़ों की दुनिया
उत्तर प्रदेश से लेकर बिहार और झारखंड तक फैले नकली कफ सिरप के जाल ने सिर्फ कानून-व्यवस्था ही नहीं, इंसानियत को भी कटघरे में खड़ा कर दिया है। जिन सिरपों को बच्चों की खांसी-ज़ुकाम में राहत के लिए बनाया जाना था, वही सिरप उनके लिए ज़हर बन गया। इस काले कारोबार से जुड़े लोग इतने बेखौफ थे कि मासूम जिंदगियों की कीमत पर करोड़ों की दौलत खड़ी कर ली और ऐसे आलीशान महल बनाए कि देखने वालों की आंखें चौंधिया जाएं।
नकली कफ सिरप सिंडिकेट का खौफनाक सच
जांच एजेंसियों के मुताबिक नकली और कोडीनयुक्त कफ सिरप का यह नेटवर्क यूपी से निकलकर बिहार और झारखंड तक फैला हुआ है। इस सिरप के सेवन से सैकड़ों बच्चे गंभीर रूप से बीमार हुए और कई अस्पतालों तक पहुंच गए। खाद्य सुरक्षा विभाग, पुलिस और एसटीएफ की जांच में सामने आया कि इस गैंग ने बच्चों की जिंदगी को दांव पर लगाकर करोड़ों रुपये कमाए।
बर्खास्त कांस्टेबल आलोक की 5 करोड़ की हवेली
एसटीएफ से बर्खास्त कांस्टेबल आलोक प्रताप सिंह की गिरफ्तारी के बाद जब प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम उसके घर पहुंची, तो अधिकारी भी हैरान रह गए। लखनऊ-सुल्तानपुर हाईवे पर अहमामऊ स्थित आलोक का मकान करीब 7000 वर्ग फीट में फैला है। सूत्रों के मुताबिक इस हवेली को 5 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनवाया गया था। घर के अंदर की सजावट किसी लग्जरी पैलेस से कम नहीं थी—लॉबी में कीमती झूमर, बाथरूम और किचन में महंगी टाइल्स, विदेशी परदे और बेडरूम में ऐसे बेड-गद्दे जो किसी अलग ही दुनिया का एहसास कराते हैं।
शुभम जायसवाल का घर, 5 स्टार होटल को मात
वाराणसी के बादशाहबाग कॉलोनी में स्थित शुभम जायसवाल के घर पर जब ED की टीम पहुंची, तो एक अफसर के मुंह से निकल पड़ा “ये घर है या 5 स्टार होटल?” कीमती जालियों से सजी फेसिंग, लग्जरी फर्नीचर, महंगे सोफा सेट, विदेशी टाइल्स और अत्याधुनिक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण इस घर की पहचान हैं। छत पर 24 घंटे बिजली सप्लाई के लिए करीब 15 लाख रुपये का साइलेंट जनरेटर लगाया गया था। अनुमान है कि इस आलीशान मकान की कीमत भी 5 करोड़ रुपये से ज्यादा है।
दिवेश जायसवाल ने भी खड़ी की करोड़ों की दौलत
इस सिंडिकेट में शामिल दिवेश जायसवाल भी पीछे नहीं रहा। शुभम जायसवाल का करीबी माने जाने वाले दिवेश ने खोजवा में करीब एक करोड़ रुपये की लागत से अपना मकान बनवाया। जांच एजेंसियों के मुताबिक दिवेश फर्जी और कूटरचित दस्तावेजों के जरिए ड्रग लाइसेंस बनवाने में माहिर है। पहले शराब और कोयले के कारोबार से जुड़ा दिवेश, कफ सिरप के धंधे में उतरते ही करोड़ों का मालिक बन गया।
बच्चों की जिंदगी बनाम काली कमाई
नकली कफ सिरप का यह मामला सिर्फ अवैध कमाई की कहानी नहीं है, बल्कि उन मासूम बच्चों की त्रासदी है जिनकी सेहत और जान को नजरअंदाज कर यह साम्राज्य खड़ा किया गया। अब ED, पुलिस और अन्य एजेंसियां इस काले कारोबार की जड़ों तक पहुंचने में जुटी हैं। सवाल सिर्फ इतना है, क्या इन ‘महलों’ की नींव पर खून के धब्बे कभी मिट पाएंगे?
उत्तर प्रदेश में हो रही राजनीतिक हलचल, प्रशासनिक फैसले, धार्मिक स्थल अपडेट्स, अपराध और रोजगार समाचार सबसे पहले पाएं। वाराणसी, लखनऊ, नोएडा से लेकर गांव-कस्बों की हर रिपोर्ट के लिए UP News in Hindi सेक्शन देखें — भरोसेमंद और तेज़ अपडेट्स सिर्फ Asianet News Hindi पर।

