सार
जी-20 डिजिटल इकोनॉमी वर्किंग ग्रुप के पहले सम्मेलन में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव और महेंद्रनाथ पांडेय भी मौजूद थे।
G20 DEWG meet in Lucknow: जी-20 डिजिटल इकोनॉमी वर्किंग ग्रुप के पहले सम्मेलन का आयोजन लखनऊ में किया गया है। तीन दिवसीय सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए केंद्रीय इलेक्ट्रानिक्स एवं आईटी और कौशल विकास एवं उद्यमशीलता राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि पीएम मोदी की अगुवाई में भारत सरकार ने टेक्नोलॉजी का उपयोग लोगों के जीवन में बदलाव लाने के लिए किया है। बीते कुछ साल में प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करके मोदी सरकार ने लोगों के जीवन में बदलाव लाया है और लोकतंत्र की रवायतें बदल दी हैं। उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी का स्पष्ट मानना है कि यह युद्ध या संघर्ष का दौर नहीं है बल्कि देश और दुनिया के युवाओं के भविष्य को संवारने का वक्त है।
जी20 देशों की डिजिटल अर्थव्यवस्था पर आधारित वर्किंग ग्रुप के पहले सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में चंद्रशेखर ने कहा कि युवा देशों की अर्थव्यस्थाओं को टेक्नोलॉजी और इनोवेशन से बदल कर नई ऊंचाईयों तक ले जाने में मदद कर रहे हैं। जी-20 डीईडल्यूजी के तीन दिवसीय सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव और महेंद्रनाथ पांडेय भी मौजूद थे।
युवा पीढ़ी का भविष्य बेहतर बनाने के लिए मिलकर काम करने की जरूरत
प्रधानमंत्री की नसीहत का जिक्र करते हुए राजीव चंद्रशेखर ने वर्किंग ग्रुप में शामिल जी-20 देशों के प्रतिनिधियों और प्रौद्योगिकी क्षेत्र के नीति-निर्माताओं से दुनिया की युवा-पीढ़ी का भविष्य बेहतर बनाने के लिए साथ मिलकर काम करने की अपील की। उन्होंने कहा कि अगला दशक प्रौद्योगिकी क्षेत्र में प्रगति और अवसर का दशक है जिसे भारत सरकार ने इंडिया टेकेड का नाम दिया है।
राजीव चंद्रशेखर ने कुछ दशक पहले डिजिटल प्रौद्योगिकी और डिजिटल अर्थव्यवस्था को लेकर प्रचलित धारणाओं का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि ऐसा माना जाता था कि डिजिटल प्रौद्योगिकी कुछ बड़ी कंपनियों और पश्चिम के देशों की जागीर है।
नागरिक सुविधाओं को बढ़ाने में योगदान दे रही प्रौद्योगिकी
केंद्रीय मंत्री चंद्रशेखर ने कहा कि 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब डिजिटल इंडिया पहल का आगाज किया था उस समय उन्होंने इसके तीन लक्ष्य निधारित किए थे जिनमें प्रौद्योगिकी के उपयोग से लोगों को सशक्त बनाना, डिजिटल अर्थव्यवस्था के भीतर अवसर पैदा करना और प्रौद्योगिकी नवाचार से महरूम देशों को प्रौद्योगिकी प्रदान करना शामिल था। उन्होंने कहा कि आज डिजिटल प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल सरकार की तमाम योजनाओं और कार्यक्रमों में किया जा रहा है और इसका फायदा देश के आम नागरिकों को मिल रहा है।
उन्होंने कोविड-19 महामारी के संकट से निपटने में डिजिटल प्रौद्योगिकी के योगदान का विशेष तौर पर जिक्र किया। राजीव चंद्रशेखर ने इंटरनेट को खुला, सुरक्षित, भरोसेमंद और जवाबदेह बनाने को लेकर मोदी सरकार की प्रतिबद्धता भी दोहराई। उन्होंने बताया कि भारत में मौजूदा दौर में 80 करोड़ से अधिक लोग इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं और जल्द ही देश में इंटरनेट यूजर की तादाद 1.2 अरब हो जाएंगे।
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