हापुड़ में कार्तिक पूर्णिमा मेले के दौरान लापता दो बच्चों को पुलिस ने सकुशल बरामद कर लिया। आरोपी बेटे की चाह में बच्चों को बेचने की साजिश रच रहे थे। पुलिस ने महिला समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।

हापुड़ जिले में कार्तिक पूर्णिमा मेले के दौरान हुए दो बच्चों के लापता होने के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। पुलिस ने दोनों बच्चों को सकुशल बरामद कर लिया है और इस अपहरण के पीछे का चौंकाने वाला कारण सामने आया है। बेटे की चाहत में एक महिला और दो पुरुषों ने बच्चों को किडनैप कर बेचने की योजना बनाई थी।

शिकायत दर्ज होते ही पुलिस हरकत में आई

गढ़ की जमींदारान मोहल्ला निवासी अनीता ने 6 नवंबर को ब्रजघाट पुलिस चौकी में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि उनका सात वर्षीय बेटा कार्तिक और आठ वर्षीय धेवता चिराग कार्तिक पूर्णिमा मेले से अचानक गायब हो गए। पुलिस ने मामला दर्ज करते ही जांच शुरू की और सीसीटीवी फुटेज खंगाले। एक फुटेज में दोनों बच्चों को एक व्यक्ति के साथ जाते हुए देखा गया।

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गश्त के दौरान पकड़ी गई संदिग्ध कार

मंगलवार को पुलिस की टीम इलाके में गश्त कर रही थी, तभी उन्हें एक संदिग्ध कार दिखी। जब कार को रोका गया, तो उसमें एक महिला और दो पुरुष सवार थे। उनके हावभाव देखकर पुलिस को शक हुआ। तलाशी के दौरान कार से दो बच्चे मिले, जिनकी पहचान अनीता के लापता बेटों के रूप में हुई।

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महिला समेत तीन आरोपी गिरफ्तार

पुलिस ने मौके से तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार महिला की पहचान बिजनौर के दत्तियाना चांदपुर निवासी गीता के रूप में हुई है, जबकि अन्य दो आरोपी गौतम और मुकेश उर्फ मोनू हैं। पुलिस ने जब पूछताछ की, तो पूरी साजिश का खुलासा हो गया।

बेटे की चाहत में रची गई अपहरण की कहानी

आरोपी गौतम के कोई संतान नहीं थी और वह बेटे की चाह रखता था। इसी कारण उसने गीता से किसी बच्चे को लाने की बात की थी। गीता ने अपने साथी मुकेश के साथ मिलकर अपहरण की योजना बनाई।

तीन दिन पहले ही बच्चों से की थी दोस्ती

पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि गौतम और गीता तीन दिन पहले ही ब्रजघाट आए थे। उन्होंने बच्चों को खिलौने और खाने की चीजें देकर उनका भरोसा जीता था। 5 नवंबर को मुकेश कार लेकर आया और घूमने के बहाने दोनों बच्चों को अपने साथ ले गया।

पुलिस की सतर्कता से बची दो मासूम जिंदगियां

अगर पुलिस समय रहते कार्रवाई नहीं करती, तो दोनों मासूम बच्चों को बेच दिया जाता। तीनों आरोपियों को हिरासत में लेकर जेल भेज दिया गया है। फिलहाल पुलिस यह जांच कर रही है कि क्या इस गैंग के और भी सदस्य सक्रिय हैं।

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