सार
UP के हाथरस में शादी के दिन टीचर दूल्हे की मौत हो गई। डांस करने के बाद दूल्हा बेहोश होकर गिर पड़ा और मौत हो गई। डॉक्टरों ने साइलेंट हार्ट अटैक को बताया कारण। जानिए साइलेंट अटैक, हार्ट अटैक और बचाव के तरीके।
हाथरस। यूपी के हाथरस जिलें में शादी के दिन एक दर्दनाक घटना ने खुशियों को मातम में बदल दिया। बेटे के बारात विदाई की जिस आंगन में रश्म निभाई जा रही थी। कुछ देर बाद घर का दुलारा बेटा अपनी जीवन संगिनी को ब्याहने जाने वाला था, दूल्हे की गाड़ी सजने गई थी, थोड़ी देर बाद दूल्हे की अर्थी सजने लगी। दिल को झकझोर देने वाली इस घटना से पूरे गांव में मातम छा गया है। यहां जाने कि हार्ट अटैक और साईलेंट अटैक में क्या हैं। इससे कैसे बचें।
डांस कर रहा था दूल्हा, थक कर बैठा तो उठा ही नहीं
हाथरस जनपद के भोजपुर गांव के रहने वाले शिवम कुमार (22) एक प्राइवेट स्कूल में कंप्यूटर टीचर था। उसके पिता साहब सिंह की करीब 14 साल पहले मौत हो गई थी। मां द्रोपा देवी गृहणी हैं। शिवम तीन भाइयों रचित (18) और सूरज (12) से बड़ा था। उसके मामा गंगा सिंह ने बताया कि सोमवार सुबह शिवम अपनी शादी की रस्मों के दौरान डांस कर रहा था। डांस के बाद वह थककर बैठ गया। बैठने के कुछ देर बाद ही वो अचानक बेहोश होकर गिर पड़ा। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने साइलेंट हार्ट अटैक से उसकी मौत की पुष्टि की।
खुशियों के घर में बना गम का मंजर
शिवम एक प्राइवेट स्कूल में कंप्यूटर टीचर था और परिवार में कमाने वाला इकलौता सदस्य था। उसकी शादी आगरा की मोहिनी से तय हुई थी। सोमवार सुबह भात की रस्म के दौरान शिवम डांस कर रहा था, लेकिन कुछ ही समय बाद वह गिर पड़ा। अस्पताल पहुंचने पर उसे मृत घोषित कर दिया गया। इस खबर से परिवार और गांव में शोक की लहर दौड़ गई।
डॉक्टरों की राय: साइलेंट अटैक के बढ़ते मामले
हाथरस जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. सूर्य प्रकाश ने बताया कि लाइफस्टाइल में बदलाव के कारण साइलेंट हार्ट अटैक के मामले बढ़ रहे हैं। ऐसे अटैक में कोई स्पष्ट लक्षण नहीं दिखते, जिससे यह ज्यादा खतरनाक बन जाता है।
साइलेंट अटैक, हार्ट अटैक और हार्ट फेलियर में अंतर
- 1. साइलेंट अटैक: कोई स्पष्ट लक्षण नहीं, इलेक्ट्रो-फिजियोलॉजिकल बदलाव और इलेक्ट्रिक डिस्फंक्शन मुख्य कारण।
- 2. हार्ट अटैक: कोरोनरी आर्टरी ब्लॉकेज और ब्लड फ्लो में बाधा से होता है।
- 3. हार्ट फेलियर: कमजोर हार्ट मसल्स और ब्लड इंजेक्शन क्षमता में कमी से होता है।
दिल की सेहत के लिए ये सावधानियां बरतें
- 1. तला-भुना और बाहर का खाना न खाएं।
- 2. तंबाकू और शराब से परहेज करें।
- 3. तनावमुक्त रहें और सकारात्मक सोच बनाए रखें।
- 4. नियमित स्वास्थ्य जांच कराएं।
हाथरस की यह घटना हमें बताती है कि दिल की सेहत को लेकर सतर्क रहना कितना जरूरी है। स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर ऐसे हादसों से बचा जा सकता है।