एटा की हिना नाज़ ने पोलियो जैसी चुनौती के बावजूद हार नहीं मानी। मिशन शक्ति अभियान से जुड़कर वे कासगंज में हजारों महिलाओं को सुरक्षा, सम्मान और आत्मनिर्भरता का मार्ग दिखा रही हैं। हिना आज महिला सशक्तिकरण की प्रेरक मिसाल बनी हैं।
जब जीवन कठिनाइयों से घिरा हो और हौसले मजबूत हों, तो इंसान अपने संघर्षों को जीतकर इतिहास बना देता है। एटा जिले के मोहल्ला पोस्तीखाना, कस्बा सकीब निवासी हिना नाज़ की कहानी बिल्कुल ऐसी ही है। एक पैर से पोलियोग्रस्त होने के बावजूद उन्होंने हालातों से समझौता नहीं किया। आज कासगंज जिला प्रोबेशन कार्यालय में सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में कार्यरत हिना, योगी सरकार के मिशन शक्ति अभियान की सजीव तस्वीर बन चुकी हैं।
रोज़ाना 150 किलोमीटर का सफर, लेकिन हिम्मत न टूटी
हिना नाज़ प्रतिदिन लगभग 150 किलोमीटर का सफ़र तय कर कासगंज कार्यालय पहुंचती हैं। न ठंडी हवाएं, न तपती धूप और न ही शारीरिक चुनौती उनके संकल्प को तोड़ पाती है। उनका एक ही लक्ष्य है—किसी भी पात्र महिला को योजनाओं से वंचित न रहने देना। यही वजह है कि अब वे वहां आने वाली महिलाओं के लिए उम्मीद और सहारा बन गई हैं।
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आत्मनिर्भरता की राह दिखाने वाली ‘शक्ति’
हिना नाज़ स्वयं दस्तावेजों के सत्यापन से लेकर कंप्यूटर फीडिंग और पेंशन वितरण की पूरी प्रक्रिया पर ध्यान देती हैं। जब उन्होंने शुरुआत की थी तब करीब 8,000 महिलाएं ही पेंशन योजना का लाभ ले रही थीं। लेकिन उनकी मेहनत और लगन ने इस संख्या को सितंबर 2025 तक 26,928 तक पहुंचा दिया। साथ ही वे बच्चों को भी प्रदेश की योजनाओं से लाभ दिलवाकर मुख्यधारा से जोड़ रही हैं।
संघर्ष से मिली शक्ति और नया आत्मविश्वास
हिना का मानना है कि शारीरिक कमियां किसी इंसान की असली ताकत को नहीं रोक सकतीं। उनके शब्दों में, “खुश रहने के लिए किसी सहारे की जरूरत नहीं होती, बस खुद पर विश्वास होना चाहिए।” यही विश्वास उन्हें उस मुकाम तक ले गया, जहां आज हजारों महिलाएं उनके मार्गदर्शन से आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित हो रही हैं।
मिशन शक्ति बना महिलाओं के जीवन का मजबूत सहारा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का मिशन शक्ति अभियान महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन पर केंद्रित है। हिना नाज़ इसका जीता-जागता उदाहरण हैं। उन्होंने साबित किया कि महिला सशक्तिकरण सिर्फ योजनाओं और नीतियों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह महिलाओं की बदलती सोच और आत्मविश्वास का प्रतीक है।
एटा और कासगंज की महिलाएं ले रहीं प्रेरणा
महिला एवं बाल विकास विभाग से जुड़ी हिना नाज़ की लगन और सकारात्मक कार्यशैली अब केवल कासगंज या एटा तक सीमित नहीं रही। उनकी वजह से हजारों महिलाएं योजनाओं का लाभ पा रही हैं और आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रही हैं। आज हिना नाज़ प्रदेश की महिलाओं के लिए एक ऐसी जीवंत मिसाल बन गई हैं, जो यह बताती है कि असली शक्ति शरीर में नहीं, बल्कि मन और आत्मविश्वास में होती है।
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