सीएम योगी ने ICCJW सम्मेलन में कहा कि ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ भारत की पुरानी सोच है और शिक्षा तथा संवाद वैश्विक चुनौतियों के समाधान की कुंजी हैं। उन्होंने जलवायु परिवर्तन, साइबर सुरक्षा, न्याय और वैश्विक एकता पर भारत की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया।

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वसुधैव कुटुम्बकम् यानी “पूरी दुनिया एक परिवार है”, भारत की हजारों वर्षों पुरानी सोच है। भारत ने हमेशा संकट के समय लोगों की मदद की है और उन्हें आगे बढ़ाने में योगदान दिया है। सीएम योगी इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस ऑफ चीफ जस्टिसेस ऑफ वर्ल्ड (ICCJW) के 26वें उद्घाटन समारोह में संबोधित कर रहे थे।

सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स में शिक्षा सबसे महत्वपूर्ण

सीएम योगी ने संयुक्त राष्ट्र के सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स (SDGs) का उल्लेख करते हुए कहा कि दुनिया की तरक्की शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, जल संसाधन और रोजगार-कौशल विकास पर निर्भर करती है। उन्होंने कहा कि 16 गोल्स में “शिक्षा” सबसे अहम है, क्योंकि शिक्षा ही व्यक्ति, समाज और देश के बीच संवाद (Dialogue) को मजबूत करती है।

विश्व की वास्तविक समस्या: संवाद की कमी

मुख्यमंत्री ने कहा कि दुनिया की असली समस्या संवाद का अभाव है। वर्चस्व स्थापित करने के प्रयास में संवाद को बाधित किया गया। उन्होंने कहा कि यह कॉन्फ्रेंस संवाद को बढ़ाने का माध्यम है और न्यायाधीशों के माध्यम से मानवता को संदेश देती है। उन्होंने बच्चों की शिक्षा पर चिंता जताते हुए कहा कि क्वालिटी एजुकेशन पर ध्यान देना जरूरी है, ताकि बच्चे बस्ते के बोझ से दबाव में न आएं।

अशांति, हिंसा और वर्चस्व की होड़ में विकास असंभव

सीएम योगी ने कहा कि दुनिया में जहां हिंसा और अराजकता हो, वहां शिक्षा, स्वास्थ्य और विकास की बातें अर्थहीन लगती हैं। इन समस्याओं को हल करने के लिए हर स्तर पर प्रयास जरूरी हैं। उन्होंने कहा कि जब CMS जैसे संस्थान 25 साल से लगातार यह प्रयास कर सकते हैं, तो अन्य संस्थान भी इसे आगे बढ़ा सकते हैं।

जगदीश गांधी को नमन; वैश्विक न्याय और एकता के संदेश को आगे बढ़ाया

सीएम योगी ने CMS के संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी को श्रद्धांजलि दी और कहा कि उन्होंने विश्व एकता, न्याय और शांति के लिए अद्भुत योगदान दिया। उन्होंने दुनियाभर से आए न्यायविदों का स्वागत किया।

तकनीकी प्रगति के साथ बढ़ती कानूनी चुनौतियाँ

मुख्यमंत्री ने कहा कि उभरती तकनीकें जीवन को आसान बना रही हैं, लेकिन साइबर क्राइम, डेटा चोरी जैसे नए कानूनी संकट भी पैदा हुए हैं। ऐसे समय में न्याय, नैतिकता और अंतरराष्ट्रीय कानून विश्व शांति के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।

जलवायु परिवर्तन और अन्य वैश्विक चुनौतियों पर भारत की सोच समाधान दे सकती है

सीएम योगी ने कहा कि जलवायु परिवर्तन, साइबर सुरक्षा, आतंकवाद और स्वास्थ्य संकट वैश्विक समस्याएँ हैं। उन्होंने भारत की पंचतत्व आधारित जीवन-व्यवस्था का उल्लेख करते हुए कहा कि पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु और आकाश की पवित्रता और सुरक्षा हमारी परंपरा का आधार रही है। भारत की यह सोच वैश्विक संकटों के समाधान का रास्ता दिखा सकती है।

कोविड ने सिखाया- समस्या किसी एक देश की नहीं होती

सीएम योगी ने कहा कि कोविड महामारी ने साबित किया कि दुनिया में कोई भी संकट अकेले किसी एक देश तक सीमित नहीं रहता। अगर कोई देश इन समस्याओं को नजरअंदाज करता है, तो संकट उसे भी प्रभावित करेगा। इसलिए दुनिया को मिलकर समाधान निकालना होगा।

न्याय मानवता के लिए समाधान का मार्ग

सीएम योगी ने कहा कि न्याय समता, सुरक्षा और बेहतर भविष्य का आधार होना चाहिए। उन्होंने उम्मीद जताई कि सम्मेलन के प्रस्तावों को यूएन तक पहुंचाकर दुनिया तक एक मजबूत संदेश दिया जाएगा।

कार्यक्रम में बच्चों की प्रभावी भागीदारी

कार्यक्रम की शुरुआत में CMS के छात्रों ने बैंड प्रस्तुति से अतिथियों का स्वागत किया। बच्चों ने मॉडल यूनाइटेड नेशन (MUN) के अंतर्गत ग्लोबल पीस कांग्रेस का मॉडल प्रस्तुत किया। विभिन्न देशों के प्रतिनिधियों ने जलवायु परिवर्तन और वैश्विक चुनौतियों पर अपने विचार रखे।

जगदीश गांधी के विजन और वैश्विक एकता पर जोर

CMS निदेशक व ICCJW की कन्वीनर प्रो. सुनीता गांधी ने कहा कि ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ की भावना में ही विश्व कल्याण छिपा है। उन्होंने यूएन चार्टर में समयानुसार बदलाव की जरूरत का समर्थन किया। इस दौरान महान व्यक्तित्वों- मार्टिन लूथर किंग, नेल्सन मंडेला, मदर टेरेसा के संदेश भी छात्रों द्वारा प्रस्तुत किए गए।